जम्मू-कश्मीर: कश्मीरी पंडितों की त्रासदी की जांच के लिए आयोग गठित हो : पनुन कश्मीर
पनुन कश्मीर ने कहा कि 1989-90 के दौर में जो त्रासदी घाटी में कश्मीरी पंडितों पर गुजरी की जांच के लिए जांच आयोग गठित किया जाए। इसी से ही पूरा सच सामने आएगा और अपराधी लोग जेलों में जा सकेंगे।
By Vikas AbrolEdited By: Updated: Tue, 29 Mar 2022 03:28 PM (IST)
जम्मू, जागरण संवाददाता। पनुन कश्मीर ने कहा कि 1989-90 के दौर में जो त्रासदी घाटी में कश्मीरी पंडितों पर गुजरी, की जांच के लिए जांच आयोग गठित किया जाए। इसी से ही पूरा सच सामने आएगा और अपराधी लोग जेलों में जा सकेंगे। यहां हुई बैठक में प्रधान विरेंद्र रैना ने कहा कि कश्मीरी पंडितों पर जाति संहार हुआ है।
ऐसे में कश्मीरी पंडितों को विस्थान करने पर मजबूर होना पड़ा था। घाटी में पनपे आतंकवाद ने हालात खराब किए और कश्मीरी पंडितों पर जुल्म किए। अब समय आ गया है कि जांच आयोग गठित किया जाए ताकि कश्मीरी पंडितों के साथ इंसाफ हो सके। वहीं दूसरी ओर कश्मीरी पंडितों की घाटी वापसी हो सके।
औषधीय पौधों पर कार्यशाला आयोजित
जम्मू,औषधीय पौधों की खेती एक कार्यशाला का आयोजन किसान केंद्र में हुई जिसमें औषधीय पर भरपूर ज्ञान किसानों में बांटा गया। कार्यशाला का आयोजन स्कास्ट, आयुष मंत्रालय व राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड के सहयोग से कृषि विभाग ने कराया।कृषि निदेशक केके शर्मा ने कार्यशाला का उद्घाटन किया और किसानों से कहा कि वे औषधीय पौधों की भरपूर जानकारी यहां से प्राप्त करें। दिन भर चली कार्यशाला में किसानों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया और खेती के गुर सीखे। स्वागत भाषण में विशेषज्ञों ने औषधीय पौधों की खेती में उपलब्ध अवसरों और विभिन्न चुनौतियों पर अपने विचार रखे।
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