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Jammu: पैरा क्रिकेटर आमिर हुसैन लोन ने Gautam Adani से सहायता मिलने के बाद जताया आभार, कहा- 'ऐसा कभी सोचा न था'

जम्मू के पैरा क्रिकेटर आमिर हुसैन लोन (Para cricketer Amir Hussain) ने अडानी ग्रुप के चेयरपर्सन गौतम अडानी से वित्तीय सहायता मिलने पर उन्हें धन्यवाद कहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें क्रिकेट के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। साथ ही कभी नहीं सोचा था कि अडानी सर की तरफ से सहायता मिलेगी। 34 वर्षीय दिव्यांग क्रिकेटर आमिर हुसैन लोन जम्मू-कश्मीर की पैरा क्रिकेट टीम के कप्तान हैं।

By Jagran News Edited By: Deepak Saxena Updated: Mon, 29 Jan 2024 04:12 PM (IST)
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पैरा क्रिकेटर आमिर हुसैन लोन ने Gautam Adani से सहायता मिलने के बाद जताया आभार।

डिजिटल डेस्क, जम्मू। अडानी ग्रुप के चेयरपर्सन गौतम अडानी से वित्तीय सहायता मिलने पर पैरा क्रिकेटर आमिर हुसैन लोन ने उन्हें धन्यवाद कहा है। उन्होंने कहा कि मै गौतम अडानी, डॉ. प्रीति और गौतम अडानी फाउंडेशन को धन्यवाद देना चाहता हूं कि वे मेरी मदद कर रहे हैं। मैंने ऐसा कभी नहीं सोचा था।

उन्होंने कहा कि मैने ऐसा कभी नहीं सोचा था कि हमारा वीडियो वायरल हो जाएगा और गौतम अडानी सर हमारी मदद करेंगे। इसके साथ ही मेरी आवाज और प्रतिभा पूरे भारत तक पहुंची, क्योकि मुझे क्रिकेट खेलने के लिए अपने जीवन में काफी संघर्ष करना पड़ा।

गौतम अडानी ने किया था एक्स पर पोस्ट

बता दें कि गौतम अडानी ने वीडियो वायरल होने के बाद एक्स पर पोस्ट लिखते हुए कहा कि आमिर की यह भावुक कर देने वाली कहानी अद्भुत है! हम आपकी हिम्मत, खेल के प्रति निष्ठा और विपरीत परिस्थिति में भी कभी ना हार मानने वाले जज्बे को प्रणाम करते हैं। @AdaniFoundation आपसे शीघ्र संपर्क कर इस बेमिसाल सफर में आपका हर संभव सहयोग करेगा। आपका संघर्ष, हम सबके लिए प्रेरणा है।

आपका संघर्ष, हम सबके लिए प्रेरणा है। https://t.co/LdOouyimyK— Gautam Adani (@gautam_adani) January 13, 2024

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पैरा क्रिकेट टीम के कप्तान हैं आमिर हुसैन लोन

जानकारी के अनुसार, बिजबेहरा के वाघामा गांव के 34 वर्षीय दिव्यांग क्रिकेटर आमिर हुसैन लोन वर्तमान में जम्मू-कश्मीर की पैरा क्रिकेट टीम के कप्तान हैं। आमिर 2013 से पेशेवर रूप से क्रिकेट खेल रहे हैं जब एक शिक्षक ने उनकी क्रिकेट प्रतिभा की खोज की और उन्हें पैरा क्रिकेट से परिचित कराया। वह अपने पैरों का उपयोग करके गेंदबाजी करते हैं और बल्ले को अपने कंधे और गर्दन के बीच पकड़कर खेलते हैं। जब आमिर आठ साल के थे, तब अपने पिता की मिल में एक दुर्घटना में उन्होंने अपने दोनों हाथ खो दिए थे।

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