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'फोटो सेशन से मुद्दे हल नहीं होंगे', विशेष दर्जे की बहाली को लेकर PDP और NC में तकरार, फारूक ने भी दिया जवाब

जम्मू-कश्मीर में विशेष दर्जे की बहाली को लेकर पीडीपी और नेकां में जारी रार थमने का नाम नहीं ले रही है। पीडीपी का आरोप है कि नेकां अनुच्छेद 370 की बहाली के मुद्दे पर भ्रम पैदा कर रही है जबकि नेकां का कहना है कि वह अपने चुनावी वादों पर कोई समझौता नहीं करेगी। डॉ फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उमर अपने किए गए वादों के लिए प्रतिबद्ध हैं।

By naveen sharma Edited By: Rajiv Mishra Updated: Wed, 20 Nov 2024 10:54 AM (IST)
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विशेष राज्य की बहाली को लेकर वहीद उर रहमान परा ने नेकां को घेरा (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, जम्मू। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली के प्रस्ताव को लेकर जारी रार बढ़ती जा रही है। मंगलवार को पीडीपी की युवा इकाई के प्रधान और विधाायक वहीद उर रहमान परा ने कहा कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर के मूल राजनीतिक मुद्दों को लेकर भ्रम पैदा कर रही है। अनुच्छेद 370 और 35ए की पुनर्बहाली जैसे मुद्दों से वह जनता का ध्यान बंटा रहे हैं।

परा को फारूक अब्दुल्ला ने दिया जवाब

परा ने कहा कि मुख्यमंत्री को पता होना चाहिए कि दिल्ली दौरों और फोटो सेशन से जम्मू-कश्मीर के मूल मुद्दे हल नहीं होंगे। जवाब में नेकां अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला अपने प्रत्येक चुनावी वादे को पूरा करने के लिए संकल्पबद्ध हैं। नेकां अपने चुनाव घोषणापत्र पर कोई समझौता नहीं करेगी।

महबूबा की अध्यक्षता में हुई पीडीपी की बैठक

पीडीपी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। इसमें जम्मू्-कश्मीर के मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य, निकट भविष्य में संभावित पंचायत और नगर निकाय चुनाव व पार्टी के संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा हुई।

बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में वहीद उर रहमान परा ने कहा कि पीडीपी पांच अगस्त 2019 से पहले की जम्मू-कश्मीर में संवैधानिक स्थिति की बहाली को लेकर अपने एजेंडे से न खुद पीछे हटेगी और न किसी दूसरे को इस एजेंडे को कमजोर बनाने देगी।

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विधानसभा में पारित प्रस्ताव भ्रामक है- परा

परा ने उमर और नेकां पर अनुच्छेद 370 की पुर्नबहाली की एजेंडे की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विधानसभा में जो प्रस्ताव पारित किया गया है, वह अस्पष्ट और भ्रामक है।

इस बीच, फारूक अब्दुल्ला ने एक समारोह में पत्रकारों के साथ बातचीत में पीडीपी की आलोचना को निराधार बताते हुए कहा कि उसके पास जनता को बताने के लिए कुछ नहीं है। नेकां अपने राजनीतिक एजेंडे से, जनता के साथ किए गए वादों पर कोई समझौता नहीं करेगी।

वादों को पूरा करने के लिए उमर प्रतिबद्ध- फारूक

फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री उमर राज्य की जनता के साथ किए गए वादों को पूरा करने के लिए, जम्मू-कश्मीर की पांच अगस्त 2019 से पहले की संवैधानिक स्थिति की बहाली के लिए सकल्पबद्ध हैं। नेकां ने जो प्रस्ताव पारित किया है, वह विस्तृत और स्पष्ट है।

जो लोग इस प्रस्ताव को लेकर सवाल उठा रहे हैं, वह सिर्फ जनता में सरकार के प्रति भ्रम पैदा करने के लिए, अपनी राजनीति की दुकान चलाने के लिए ही उठा रहे हैं।

हुर्रियत चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारूक द्वारा जम्मू-कश्मीर में शांति बहाली के लिए बातचीत की प्रक्रिया पर जोर देने संबंधी सवाल पर फारूक ने कहा कि यह बहुत अच्छी बात है

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