बर्फानी बाबा के दर्शन के लिए बाहर से आए साधुओं में उत्साह
जागरण संवाददाता जम्मू बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू पहुंचे साधुओं में भरपूर जोश बना हुआ
जागरण संवाददाता, जम्मू : बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू पहुंचे साधुओं में भरपूर जोश बना हुआ है। उनको यात्रा के दौरान किसी तरह का खौफ नहीं है। साधुओं का कहना है कि बाबा भोले की यात्रा है और इस यात्रा में उनको आतंकियों का कोई भय नहीं है। वे बाबा भोले की धुन में रहते हैं और हर भय का सामना करने में सक्षम हैं। जम्मू के राम मंदिर में ठहरे साधु इन दिनों सुबह शाम बाबा भोले की शक्ति में लीन हैं और दोपहर को भोजन से पहले यहां पर कीर्तन किया जाता है। दो साल तक कोविड के चलते यह साधु जम्मू-कश्मीर में बाबा अमरनाथ की यात्रा पर नहीं आ पाए थे। इस साल 43 दिवसीय लंबी यात्रा है और पहला जत्था 29 जून को जम्मू से रवाना होना है, लेकिन इस बार जम्मू-कश्मीर के हालात बेहतर नहीं हैं। आतंकियों ने कई हिदू कर्मियों को घाटी में निशाना बनाया है। ऐसे में बाबा अमरनाथ यात्रा पर भी आतंकियों की नजर है, लेकिन साधु किसी भी धमकी से नहीं घबराते और यात्रा पर जाने के लिए उत्सुक हैं। इस समय करीब 350 साधु जिसमें महिला साधू भी शामिल हैं, जम्मू के राम मंदिर में डेरा लगाए हुए हैं। इन साधुओं का कहना है कि बाबा बफार्नी की पवित्र गुफा जो कि हिमालय की गोद में हैं, के दर्शन करना ही उनके जीवन का मकसद है। इसलिए कोई खौफ उन पर भारी नही।
साधुओं का पंजीकरण 28 से आरंभ होगा और उनके लिए अलग से पंजीकरण केंद्र राम मंदिर में बनाया गया है। यात्रा के लिए जम्मू पहुंचे महाराष्ट्र के राम गिरि ने बताया कि दरअसल कश्मीर शिव की भूमि है। बाबा अमरनाथ यात्रा तो है , मगर यहीं पर बाबा बुड्डा अमरनाथ जी का भी धाम है। वहीं शिवखोड़ी व कई शिवजी के मंदिर भी हैं। भगवान शिव की इस धरती पर पवित्र गुफा के दर्शन करने में जो आनंद है, वह कहीं नहीं। इसलिए बाबा अमरनाथ यात्रा पर आए हैं और उनको किसी आतंकी का कोई डर नहीं।