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Bharat Ka Amrut Mahotsav: स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर 12 मार्च से होगा 'भारत का अमृत महोत्सव', प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे उद्घाटन

भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में केंद्र सरकार इस महीने 12 मार्च से 5 अप्रैल 2021 तक भारत का अमृत महोत्सव शुरू करने जा रही है। इस समारोह के साथ ही भारत की आजादी के 75 साल का जश्न शुरू हो जाएगा।

By Vikas AbrolEdited By: Updated: Tue, 02 Mar 2021 07:16 PM (IST)
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इस समारोह के साथ ही भारत की आजादी के 75 साल का जश्न शुरू हो जाएगा।
जम्मू, राज्य ब्यूराे । भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में केंद्र सरकार इस महीने 12 मार्च से 5 अप्रैल 2021 तक 'भारत का अमृत महोत्सव' शुरू करने जा रही है। 15 अगस्त 2022 से 75 सप्ताह पहले और स्वतंत्रता दिवस 2023 तक इसे ले जाने के पीछे का विचार लोगों में वर्ष 1947 के बाद अब तक की उपलब्धियों पर गर्व की भावना पैदा करना और वर्ष 2047 के भारत के विजन को बनाना है। इस समारोह के साथ ही भारत की आजादी के 75 साल का जश्न शुरू हो जाएगा। समारोह पर चर्चा करने के लिए केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने मंगलवार को देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों के साथ बैठक की।

जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रहमण्यम ने गृह सचिव शालीन काबरा सचिव संस्कृति सरमद हफीज और जम्मू-कश्मीर कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी की सचिव कृतिका ज्योत्सना के साथ बैठक में भाग लिया। गृह सचिव ने राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों को इस आयोजन के लिए विभिन्न यादगार गतिविधियों की योजना बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि हर राज्य और केंद्रशासित प्रदेश भारत के गौरवशाली इतिहास और संस्कृति, तकनीकी विकास और डिजिटल हस्तक्षेप के साथ लोगों को शामिल कर सघन्न अभियान शुरू करे। इस अभियान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 मार्च को करेंगे। इसी दिन दांडी मार्च शुरू हुआ था।इस महोत्सव में प्रत्येक सप्ताह एक प्रमुया कार्यक्रम के साथ 75 सप्ताह में कुल 75 कार्यक्रम आयोजित होंगे।यह कार्यक्रम राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के विभिन्न ऐतिहासिक महत्व के स्मारकों पर होंगे।

गृह सचिव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 12 मार्च के दिन होने वाले कार्यक्रम के बारे में जानकारी देने को कहा। उन्होंने पूरे 75 सप्ताह में प्रमुख और अन्य छोटे कार्यक्रमों के लिए एक समयसीमा बनाने को कहा। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर, श्री अरबिंदो, सुभाष चंद्र बोस की जयंती सहित स्वतंत्रता संग्राम के प्रेरक नेताओं के इर्द-गिर्द होने वाले समारोहों को भी मनाया जाए। इसके अलावा स्थानीय स्वतंत्रता सेनानियों को भी याद किया जाए। बैठक में कहा गया कि साइकिल रैली, प्रदर्शनी, डिजिटल शो, योगा कैंप, बच्चों के साथ निबंध प्रतियोगिताएं, वर्चुअल इवेंट, सोशल मीडिया के माध्यम से अभियान चलाए जाएं। इनमें महिलाअों, स्थानीय उद्योगों, व्यापारिक संगठनों, पंचायती राज संस्थाओं को भी इनमें शामिल किया जाए। इन सभी कार्यक्रमों का मीडिया के माध्यम से प्रचार भी किया जाए।

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