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पीएम मोदी ने 10 मिनट में लिया था Surgical Strike का फैसला, सीमा पार आतंकवाद पर रक्षा मंत्री की पाक को दो टूक

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को जम्मू विश्वविद्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने लगभग 1500 लोगों की मौजूदगी में सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित किया। राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में जम्मू-कश्मीर में फैले आतंकवाद पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि सरकार आतंकवाद पर कड़ा रुख अपना रही है। आतंकवाद के नेटवर्क को नष्ट किया जा रहा है। युवाओं में नई आशा जगी है।

By Jagran NewsEdited By: Rajat MouryaUpdated: Mon, 26 Jun 2023 11:40 PM (IST)
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'आतंकवाद को बनाया राजनीतिक हथियार, इस नीति में बदलाव की जरूरत'- जम्मू में बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
नवीन नवाज, जम्मू: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि गुलाम जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। इसपर पाकिस्तान का कोई हक नहीं है। गुलाम जम्मू-कश्मीर के लोग पाकिस्तान से तंग हैं और वह स्वयं ही ऐसा कुछ करेंगे कि भारत का हिस्सा बन जाएं। इसलिए मेरी पाकिस्तान के नेताओं को सलाह है कि कश्मीर की रट लगाने से कुछ नहीं होगा, अपना घर संभालें। जिस तरह के हालात वहां हैं, उसमें कुछ भी हो जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।

जल्द हटाया जा सकता है AFSPA

राजनाथ ने जम्मू-कश्मीर से सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (अफस्पा) जल्द हटाए जाने की उम्मीद भी जताई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चीन के साथ सीमा विवाद के हल के लिए सैन्य व कूटनीतिक स्तर पर बातचीत जारी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम भारत की सीमा और उसके स्वाभिमान से समझौता नहीं करेंगे।

पाक में बद से बदतर हुए हालात

राजनाथ जम्मू-कश्मीर प्रदेश भाजपा की ओर से आयोजित 'सुशासन भी, सुरक्षा भी' विषय पर आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस बीच, सीमा पार गुलाम जम्मू-कश्मीर के तेतरीनोट और भिंबर में लोगों ने सोमवार को भी पाकिस्तानी सेना की ज्यादतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। कुछ दिन पूर्व वहां आटा न मिलने पर लोग सड़कों पर उतर आए थे। पाकिस्तान द्वारा गुलाम जम्मू-कश्मीर में जनगणना कराए जाने की प्रक्रिया में वहां के लोगों को पाकिस्तानी नागरिक लिखने पर भी स्थानीय लोग उद्वेलित हैं। उन्होंने वहां कई बर पाकिस्तान से आजादी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समर्थन में नारे लगाए हैं।

पाकिस्तान के हुक्मरानों को लगी मिर्ची

अमेरिका और भारत के बीच बढ़ती नजदीकियों और दोनों राष्ट्रों द्वारा हाल ही में जारी संयुक्त बयान पर पाकिस्तान द्वारा एतराज जताने पर राजनाथ ने कहा कि स्वाभाविक है कि पाकिस्तान के हुक्मरानों को इससे मिर्ची लगेगी। मैं पाकिस्तान की सरकार को स्पष्ट बताना चाहता हूं कि गैर कानूनी कब्जा कर लेने से उसका गुलाम जम्मू-कश्मीर पर हक नहीं बनता। जम्मू-कश्मीर का एक बड़ा हिस्सा पाक के कब्जे में है। वहां के लोग देख रहे हैं कि इस तरफ लोग अमन से रह रहे हैं। वहां जब पाकिस्तान की सरकार द्वारा उन पर जुल्म किया जाता है तो हमें तकलीफ होती है। गुलाम जम्मू-कश्मीर भी भारत का हिस्सा है। इस मंशा के कम से कम तीन प्रस्ताव संसद में पारित हो चुके हैं।

पाकिस्तान के खिलाफ सीमित युद्ध या सर्जिकल स्ट्राइक जैसी किसी कार्रवाई को दोहराने की संभावना पर रक्षा मंत्री ने कहा मुझे नहीं लगता कि आगे इसकी जरूरत पड़ेगी। पाकिस्तान हमें यह अवसर नहीं दे रहा है।

आतंकवाद के खिलाफ बड़े देश एकमत

राजनाथ ने कहा कि भारत-अमेरिका के संयुक्त बयान में आतंकी फंडिंग समाप्त करने की बात बड़ी कामयाबी है। इससे सिद्ध होता है कि भारत सही दिशा में जा रहा है। बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान अपने यहां होने वाली हर आतंकी कार्रवाई पर लगाम लगाए और अपनी जमीन का इस्तेमाल इसके लिए न होने दे। क्योंकि आतंकवाद के खिलाफ आज दुनिया के अधिकांश बड़े देश एकमत हैं।

370 हटने से जम्मू कश्मीर में हालात बदले

राजनाथ ने अनुच्छेद-370 और 35ए हटाए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि आज जम्मू-कश्मीर में हालात तेजी से बदले हैं। हमने आतंकी फंडिंग, ड्रग्स की आपूर्ति पर रोक लगाई है। मौजूदा सरकार पूर्वोत्तर में आतंकवाद के अलावा नक्सली हिंसा पर भी काबू पाने में सफल रही है। आज पूर्वोत्तर के बड़े हिस्से से अफस्पा हटा लिया गया है, मुझे इंतजार है, जब जम्मू-कश्मीर से भी इसे हटा लिया जाएगा।

पराक्रम पर प्रश्नचिह्न लगाना दुखदायी

राजनाथ ने कहा कि वर्ष 2020 में पूर्वी लद्दाख में जो विवाद हुआ, उसका कारण था कि चीन की सेनाओं ने निर्धारित प्रोटोकाल की उपेक्षा कर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर कुछ बदलाव करने का प्रयास किया, जिसे हमारे सैनिकों ने विफल कर दिया। चीन के साथ सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत जारी है। मुझे तकलीफ तब होती है जब सरकार को कटघरे में खड़े करने के प्रयास में कुछ लोग सैनिकों के पराक्रम पर प्रश्नचिह्न लगाते हैं।

बराक ओबामा को सुनाई खरी-खरी

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत में मुस्लिमों की स्थिति पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की टिप्पणी पर एतराज जताते हुए कहा कि ओबामा को याद रखना चाहिए कि भारत ही एक मात्र ऐसा राष्ट्र है, जो पूरी दुनिया के लोगों को एक ही परिवार मानता है। हम वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना में यकीन रखते हैं। ओबामा को खुद पता होना चाहिए कि उन्होंने कितने मुस्लिम राष्ट्रों पर हमला किया है। मुस्लिमों के 72 फिरके हैं और किसी भी मुस्लिम राष्ट्र में यह एकसाथ नहीं मिलेंगे, लेकिन भारत में मिलेंगे।

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