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Jammu News: रियासी-श्रीनगर-बारामूला रेल सेक्‍शन का काम पूरा, अश्विनी वैष्णव बोले- PM मोदी जल्‍द दिखाएंगे हरी झंडी

Jammu News जम्‍मू कश्‍मीर में रियासी-श्रीनगर-बारामूला रेल सेक्‍शन का काम पूरा हो गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्‍णव ने कहा है कि पीएम मोदी जल्‍द ही इस रेल सेक्‍शन को हरी झंडी दिखाएंगे। रेल मंत्री ने कहा कि जम्मू से कश्मीर को रेल मार्ग से जोड़ने के लिए अब केवल कटड़ा से रियासी तक 17 किलोमीटर रेलवे ट्रैक को खोला जाना है।

By Jagran News Edited By: Himani Sharma Updated: Thu, 25 Jul 2024 11:03 AM (IST)
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रियासी-श्रीनगर-बारामूला ट्रैक पर जल्‍द दौड़ेगी ट्रेन (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, जम्मू। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने बुधवार को कहा कि देश की महत्वाकांक्षी 272 किलोमीटर लंबी जम्मू-ऊधमुपर-श्रीनगर-बारामूला रेल परियोजना में 255 किलोमीटर तक रेलवे ट्रैक बन कर तैयार है। इस सेक्शन के रियासी-श्रीनगर-बारामुला रेल सेक्शन में जल्द ही रेलगाड़ियों का परिचालन शुरू होने वाला है।

कटड़ा से रियासी तक खोला जाएगा 17 किलोमीटर रेलवे ट्रैक

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से रियासी-श्रीनगर-बारामूला रेल सेक्शन का उद्घाटन करने के लिए समय मांगा गया है। जैसे ही प्रधानमंत्री से हरी झंडी मिलती है, तो इस सेक्शन में भी रेल यातायात शुरू हो जाएगा।

रेल मंत्री ने वर्चुअल मोड पर पत्रकार वार्ता में कहा कि जम्मू से कश्मीर को रेल मार्ग से जोड़ने के लिए अब केवल कटड़ा से रियासी तक 17 किलोमीटर रेलवे ट्रैक को खोला जाना है। इस ट्रैक में एक टनल टी-1 का निर्माण चल रहा है। इस वर्ष के अंत तक इस काम को भी पूरा कर लिया जाएगा।

न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग विधि का किया गया उपयोग: रेल मंत्री

रेल मंत्री ने बताया कि कटड़ा-बनिहाल रेल सेक्शन में भारतीय रेलवे ने पुलों और सुरंगों के निर्माण में आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया है। हमने हिमालयी भू-विज्ञान के माध्यम से सुरंग बनाने के लिए नई विधि (आई)-टीएम विकसित की है। रेलवे इंजीनियर, जो परियोजना के निर्माण में शामिल रहे हैं, उन्होंने न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग विधि का उपयोग किया गया है।

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पहाड़ों में नौ मीटर लंबी पाइप डाली

पहाड़ों में नौ मीटर पाइप डाली गई है जो पानी के रिसाव को सुनिश्चित करेगी। इसके साथ डंडों का इस्तेमाल करके छाता बनाया गया और उन्हें पीयू ग्राउट से भर दिया गया है, ताकि रेलवे ट्रैक को किसी तरह का नुकसान ना हो। उन्होंने कहा कि 111 किलोमीटर लंबे कटड़ा-बनिहाल सेक्शन में मुख्य रूप से सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है।

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37 पुल हैं शामिल

इस सेक्शन में 27 मुख्य सुरंगें (97 किमी) और आठ एस्केप सुरंगें (67 किमी) हैं। इसमें 37 पुल हैं, जिनमें से 26 बड़े और 11 छोटे शामिल हैं। वहीं सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बिलासपुर-मनाली-लेह रेल लाइन के निर्माण के बारे में पूछे गए प्रश्न पर रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे कई नई परियोजनाओं पर काम कर रहा है। कई परियोजनाएं पहाड़ी क्षेत्रों में बन रही हैं, जिनके निर्माण में पूरी सावधानी बरतनी पड़ती है। ऐसे में उनमें समय लग जाता है।