नई सरकार का स्वागत करने के लिए तैयार हुआ सचिवालय, विधानसभा में बैठेंगे 6 अधिक सदस्य
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनाव के बाद अब प्रदेश के दोनों सचिवालय नई सरकार के स्वागत के लिए तैयार हैं। विधानसभा कॉम्पलेक्स को पूरी तरह तैयार किया जा चुका है। केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में छह अधिक सदस्य बैठेंगे। बता दें कि विधानसभा चुनाव में नेकां और कांग्रेस के गठबंधन को बहुमत मिला था।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर के दोनों सचिवालय नई सरकार के स्वागत के लिए सज गए हैं। श्रीनगर सचिवालय में विधानसभा अपने नए सदस्यों के स्वागत के लिए तैयार है। वहीं, जम्मू सचिवालय में विधानसभा की मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। वर्ष 2018 में जम्मू-कश्मीर की विधानसभा भंग होने के बाद विधानसभा कॉम्पलेक्स सूना हो गया था।
अब दो-तीन दिन में सरकार बन जाएगी। इसलिए श्रीनगर में विधानसभा कॉम्पलेक्स व विधायकों के हॉस्टल को तैयार कर दिया गया है। गुरुवार से श्रीनगर के मौलाना आजाद रोड पर स्थित एमएलए होस्टल में रहने के लिए कुछ नए विधायक पहुंच गए हैं। आसार हैं केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की पहली विधानसभा का पहला सत्र श्रीनगर विधानसभा में कुछ दिनों के बाद शुरू हो जाएगा।
इस्टेट विभाग कर रहा मरम्मत कार्यों की निगरानी
प्रदेश के दोनों राजधानी शहरों में इस्टेट विभाग की उच्च स्तरीय कमेटी मरम्मत कार्यों की निगरानी कर रही है। सचिवालय में कार्यालयों के साथ विधानसभा में फर्नीचर की मरम्मत, रंग रोगन के साथ साउंड सिस्टम को भी सही किया जा रहा है। मुख्यमंत्री, स्पीकर, डिप्टी स्पीकर के कक्ष भी ठीक किए गए हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव अटल डुल्लू दोनों सचिवालयों में हो रहे काम पर पूरी नजर रखे हैं।यह भी पढ़ें- J&K News: जम्मू-कश्मीर में करोड़पति विधायकों की भरमार, जानें किसके पास है सबसे ज्यादा दौलत?श्रीनगर सचिवालय में विधानसभा काम्पलेक्स को पूरी तरह से तैयार किया जा चुका है। अब जम्मू सचिवालय के विधानसभा काम्पलेक्स को भी तैयार किया जा रहा है। इस्टेट विभाग की देखरेख में चल रहे मरम्मत कार्य जल्द पूरा हो जाएंगे। विधानसभा काम्पलेक्स के साथ नए विधायकों के लिए एमएलए होस्टल भी ठीक किए गए हैं। दोनों जगह सदन के कामकाज को सुचारू बनाने की दिशा में हर संभव कदम उठाए गए हैं।
मनोज पंडित, जम्मू कश्मीर विधानसभा के सचिव
नए विधानसभा में बैठे दिखेंगे छह अधिक सदस्य
केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में छह अधिक सदस्य बैठे नजर आएंगे। जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन से पहले विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों की संख्या 87 थी। इनमें लद्दाख के भी चार विधायक थे। दो मनोनीत महिला विधायक होती थी, ऐसे में 89 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की जाती थी।
वर्तमान में जम्मू-कश्मीर विधानसभा में निर्वाचित सदस्यों की संख्या बढ़कर 90 हो गई है। पांच सदस्य मनोनीत किए जाने हैं। इस स्थिति में 2018 के मुकाबले छह अतिरिक्त विधायकों के बैठने की व्यवस्था की गई है।यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में कितने मंत्री हो सकते हैं कैबिनेट में शामिल? क्या कहता है नियम; उमर अब्दुल्ला के सामने आई अब ये चुनौती
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