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    प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में लगी रात के समय वाहनों की आवाजाही पर रोक, बुधवार से बेहतर होंगे मौसम के मिजाज

    जम्मू-कश्मीर में बारिश का दौर जारी है मौसम विभाग ने बुधवार शाम तक सुधार की उम्मीद जताई है। रियासी में भूस्खलन के खतरे के चलते रात में वाहनों पर रोक है लोगों को ट्रेकिंग से बचने की सलाह दी गई है। जम्मू-पठानकोट हाईवे आंशिक रूप से बहाल हो गया है। जम्मू के निचले इलाकों में जलभराव की चेतावनी है क्योंकि कल 190.4 मिमी बारिश दर्ज की गई।

    By naveen sharma Edited By: Rahul Sharma Updated: Mon, 25 Aug 2025 03:30 PM (IST)
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    एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में लगी हैं और स्कूल बंद हैं।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, श्रीनगर। केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश में साेमवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार की शाम को ही मौसम में सुधार होगा और उससे पहले प्रदेश में कहीं मूसलधार तो कहीं हल्की बारिश होगी। नदी-नालों में बाढ़ और पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की तीव्र आशंका है।

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    पीरपंजाल के उच्चपर्वतीय इलाकों और जोजि ला व उत्तरी कश्मीर में साधना व राजदान पास पर हल्के हिमपात भी होगा। भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं की तीव्र आशंका को देखते हुए जिला रियासी के पर्वतीय इलाकों में रात के समय वाहनों की आवाजाही पर राेक लगा दी गई है। लाेगों को पर्वतीय इलाकों में मौसम के साफ होने तक ट्रेकिंग से बचने की सलाह दी गई है।

    एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। सभी जिला उपायुकतों को आपदा नियंत्रण कक्ष पूरी तरह सक्रिय रखने को कहा गया है।

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    जम्मू-पठानकोट हाईवे पर आंशिक रूप से बहाल हुआ यातायात

    इस बीच, जम्मू-पठानकोट हाइवे आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया है और जम्मू से पंजाब जाने वाले वाहनों को कठुआ के निकट नगरी परोल के रास्ते भेजा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि गत रविवार को जम्म-पठानकोट हाइवे पर कठुटा में सहार खड्ड पर बना पुल बारिश और बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गया है।

    मौसम विभाग ने जम्मू, रियासी, उधमपुर, सांबा, कठुआ और राजौरी जिलों सहित जम्मू क्षेत्र के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और 25-26 अगस्त तक पुंछ, रामबन, डोडा, किश्तवाड़ और कश्मीर के दक्षिणी हिस्सों में मध्यम से भारी/तीव्र बारिश की भविष्यवाणी की है। लोगों को जल निकायों, नालों, नदी के तटबंधों और ढीली संरचनाओं से दूर रहने की सलाह दी गई है।

    जम्मू के नीचले इलाकों में जलभराव की चेतावनी

    मौसम विभाग ने जम्मू क्षेत्र के निचले इलाकों में जलभराव की भी चेतावनी दी है। जम्मू में कल 190.4 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो इस महीने में सदी की दूसरी सबसे ज़्यादा बारिश है।जम्मू में अगस्त में सबसे ज़्यादा बारिश 228.6 मिमी दर्ज की गई थी, जो पांच अगस्त, 1926 को दर्ज की गई थी, जबकि इससे पहले दूसरी सबसे ज़्यादा बारिश 11 अगस्त, 2022 को 189.6 मिमी दर्ज की गई थी।

    लगातार हो रही बारिश ने जम्मू शहर के कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है।लगातार हो रही बारिश के कारण कई नाले भी उफान पर आ गए और कई इलाकों में जलभराव हो गया। जम्मू शहर के जानीपुर, भवानी नगर, नसीब नगर, रूप नगर, पलौरा, मुट्ठी, शारिका विहार, तालाब तिलो और कबीर कालोनी समेत कई जगहों पर घरों में पानी घुस गया है।

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    सड़कों-पुलों को बाढ़ से पहुंचा नुकसान

    कठुआ के पास जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर सहार खुद पर बने पुल को भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है।अचानक आई बाढ़ के कारण शेरपुर के पास पुराने कठुआ-सांबा मार्ग का एक हिस्सा बह गया। लगातार हो रही बारिश के कारण, सांबा में बसंतर, कठुआ में उझ और रावी, रियासी में चिनाब और जम्मू में अखनूर और तवी सहित प्रमुख नदियों और नालों का जलस्तर काफी बढ़ गया है।

    इसके मद्देनजर प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है और आपदा प्रतिक्रिया दल और स्थानीय पुलिस को मौके पर तैनात कर दिया गया है।इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मेडिसिन (आईआईआईएम) के छात्रावास परिसर के भूतल में बाढ़ का पानी भर जाने के बाद, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और पुलिस के संयुक्त अभियान में रविवार को 45 छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।

    सामान्य जीवन बाधित, एसडीआरएफ टीमें सतर्क

    भारी बारिश के कारण जलभराव और सामान्य जनजीवन बाधित होने के बाद, एसडीआरएफ की टीमें जम्मू के विभिन्न इलाकों में व्यापक आपदा प्रबंधन अभियान चला रही हैं। विशेष उपकरणों और प्रशिक्षित कर्मियों से लैस, एसडीआरएफ की टीमों को प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को बचाने के लिए तैनात किया गया है।

    एसडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि बचाव अभियान के दौरान, एसडीआरएफ की टीमों ने जम्मू शहर और उसके आसपास के घरों, सड़कों और आवासीय सुविधाओं सहित जलभराव वाले इलाकों में फंसे कई लोगों को बचाया है।उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ की टीमों को जम्मू के विभिन्न इलाकों में तैनात किया गया है, जिनमें तालाब तिलो, लोअर बख्शी नगर और अन्य स्थानों पर तवी नदी के किनारे के इलाके शामिल हैं।

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    आज भी सभी स्कूल रहे बंद

    खराब मौसम के कारण, अधिकारियों ने आज जम्मू क्षेत्र के सभी स्कूल बंद कर दिए हैं। मौसम विशेषज्ञ फैजान आरिफ के मुताबिक मंगलवार को जम्मू क्षेत्र के कई हिस्सों में मौसम की स्थिति गंभीर होने की संभावना है, और भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। तेज बारिश के कारण, कुछ नदियों और नालों का जल स्तर बाढ़ के खतरे के निशान से ऊपर बढ़ सकता है।"

    उन्होंने आगे कहा कि घाटी में, दक्षिण कश्मीर, खासकर इसके ऊंचे इलाकों में, सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा, जहाँ भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।पीर पंजाल के पहाड़ों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे अचानक बाढ़ आने का खतरा बढ़ जाएगा और नीचे की ओर बहने वाली नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ जाएगा। पीर पंजाल के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी भी संभव है। उन्होंने सलाह दी है कि बुधवार तक जम्मू क्षेत्र और दक्षिण कश्मीर में पहाड़ों पर ट्रेकिंग और जाने से पूरी तरह बचें। 

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