J&K Election: बाहु सीट पर टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा में घमासान, कांग्रेस ने भी साध रखा है मौन
जम्मू-कश्मीर 10 साल बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों के साथ साथ लोगों में भी उत्साह है। जम्मू-कश्मीर में चुनावी बिगुल बजने के बाद बाहु विधानसबा सीट पर अब तक चुनावी हलचल नहीं दिख रही है। भाजपा में टिकट के लिए इस सीट पर दिग्गजों में घमासान मचा हुआ है तो वहीं कांग्रेस ने भी किसी उम्मीदवार का एलान नहीं किया है।
राहुल शर्मा, जम्मू। परिसीमन लागू होने के बाद दो हिस्सों में बंटे गांधीनगर विधानसभा क्षेत्र की महत्वपूर्ण बाहु सीट पर अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने उम्मीदवारों को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं। भाजपा के भीतर जहां इस सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर कई बड़े दिग्गज नेताओं के बीच घमासान मचा हुआ है, वहीं कांग्रेस ने भी अब तक मौन धारण किया हुआ है। भाजपा उम्मीदवार के नाम की घोषणा के बाद ही कांग्रेस इस सीट पर फैसला लेगी।
एक अक्टूबर को होगा मतदान
इस सीट पर पहली अक्टूबर को तीसरे चरण में मतदान होना है। यही वजह है कि चुनावी बिगुल फूंकने के बाद भी बाहु सीट में किसी भी तरह की चुनावी हलचल देखने को नहीं मिल रही है। राजनीतिक दलों द्वारा उम्मीदवारों को लेकर चुप्पी साधने की वजह से यहां की जनता में भी असमंजस बना हुआ है। आपको बता दें कि परिसीमन लागू होने से पहले जब यह गांधी नगर विधानसभा क्षेत्र के नाम से जाना जाता था।
2014 में कविंद्र गुप्ता ने रमण भल्ला को हराया था
वर्ष 2014 में गांधी नगर विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार कविंद्र गुप्ता ने अपनी जीत दर्ज की थी। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमण भल्ला को 16,777 वोटों से हराया था। इस सीट पर मात्र 36.02 प्रतिशत वोटिंग हुई जिसमें गुप्ता ने 56,679 वोट जबकि भल्ला ने 39,902 वोट हासिल किए।
इस क्षेत्र में भाजपा व कांग्रेस में ही टक्कर रही है। 1996 में भाजपा के चौधरी प्यारा सिंह ने इस सीट पर विजय हासिल की थी जबकि वर्ष 2002 और 2008 में कांग्रेस के रमण भल्ला वियजी रहे। केंद्र शासित प्रदेश बनने से पहले वर्ष 2014 में हुए चुनावों में भाजपा वरिष्ठ नेता कविंद्र गुप्ता इस सीट से जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे थे।
भाजपा के कई वरिष्ठ नेता यहां से पाना चाहते हैं टिकट
भाजपा की बात करें तो उन्होंने तीसरे चरण में जम्मू में होने वाले चुनावों को लेकर लगभग सभी विधानसभा क्षेत्रों से अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। बिश्नाह, मढ़ और बाहु सीट पर अभी तक फैसला नहीं हो पा रहा है। जहां तक बिश्नाह और मढ़ सीटों की बात है तो ये दोनों ही सीटें आरक्षित हैं।
बाहु सीट पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस सीट से चुनावी मैदान में उतरने के लिए पार्टी के कई बड़े दिग्गज जी तोड़ प्रयास कर रहे हैं। कइयों ने तो पार्टी हाईकमान तक भी पहुंच लगा रखी है। पहले ही सीट आवंटन को लेकर नेताओं-कार्यकर्ताओं के लेकर पार्टी में मचे घमासान के बाद इस सीट पर आम राय बनने के बाद ही किसी योग्य उम्मीदवार का नाम घोषित किया जाएगा।
बाहु में लोस चुनाव में जुगल-भल्ला में रही कांटे की टक्कर
बाहु विधानसभा सीट पर किसी राजनीतिक दल के उम्मीदवार की जीत होगी इसका फैसला यहां के 121478 मतदाता करेंगे। इनमें 62,271 पुरुष, जबकि 59,207 महिला मतदाता शामिल हैं।
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में इस निर्वाचन क्षेत्र में 62.34 प्रतिशत मतदाताओं यानी 1,21,478 मतदाताओं में से 75,740 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
सांसद जुगल किशोर ने इस विधानसभा क्षेत्र से 37,202 वोट हासिल किए जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी रमण भल्ला को 36,156 वोट मिले।
बाहु विधानसभा सीट में यह हैं इलाके
गांधीनगर विधानसभा क्षेत्र को गांधी नगर साउथ और बाहु विधानसभा सीट में बाटा गया है। बाहु में शामिल इलाकों में सुंजवां, बाहु का कुछ हिस्सा, जम्मू नगर निगम का वार्ड नंबर 20, 21, 42, 43, 44, 47, 48, 49, 50, 51, 52, 53, 54 और 74 के अलावा गांधी नगर साउथ तहसील से वार्ड नंबर 45 और 46, जम्मू कंटोनमेंट एरिया भी है।
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यह हैं क्षेत्र के मुख्य मुद्दे
यहां के लोगों की यही मांग है कि इस विधानसभा सीट से जो भी उम्मीदवार जीते, उनकी समस्याओं को हल करने के लिए प्रभावी कदम उठाए। यहां की मुक्ष्य समस्याओं में नशे के बढ़ते मामले, बिजली कटौती-अधिक बिजली बिल, पीने के पानी की कमी, बरसात में जलभराव है।
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