जम्मू-कश्मीर में पिछले पांच सालों में सबसे कम मौतें! आतंकी हमलों के बीच संसद में गृह मंत्रालय ने पेश किए चौंकाने वाले आंकड़े
मंगलवार को लोकसभा सदन में गृह मंत्रालय ने आतंकी मुठभेड़ों का आंकड़ा पेश किया है। गृह मंत्रालय ने पेश किए आंकड़े के अनुसार बीते सात महीने में 11 आतंकी घटनाओं में कुल 28 मौतें हुई हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में पिछले साल की तुलना में आतंकी घटनाओं की संख्या में कमी आई है।
एएनआई, नई दिल्ली/जम्मू। गृह मंत्रालय (एमएचए) ने मंगलवार को लोकसभा सदन में आतंकी मुठभेड़ों का आंकड़ा दिया। इस दौरान एमएचए ने बताया कि इस साल 21 जुलाई तक 11 आतंकी घटनाएं और 24 मुठभेड़ हुईं हैं। वहीं, आतंकवादी विरोधी अभियानों में नागरिक और सुरक्षाकर्मियों सहित कुल 28 लोगों की मौत हुई है।
एमएचए की ओर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रदीप कुमार सिंह के सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने निचले सदन में एक लिखित जवाब पेश किया। इस लिखित जवाब में बताया गया कि पिछले वर्षों की तुलना में 'जम्मू और कश्मीर में आतंकी घटनाओं की संख्या में कमी आई है'।
21 जुलाई तक मारे गए 28 नागरिक और सुरक्षाकर्मी
राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने आंकड़े पेश करते हुए बताया कि इस साल 21 जुलाई तक कुल 14 सुरक्षाकर्मी और 14 नागरिक मारे गए, जबकि 2023 में केंद्र शासित प्रदेश में 46 आतंकवादी घटनाओं और 48 मुठभेड़ों या आतंकवाद विरोधी अभियानों में मारे गए लोगों की संख्या 44 (30 सुरक्षाकर्मी और 14 नागरिक) थी।साल 2018 में हुई थीं 228 आतंकवादी घटनाएं
आंकड़ों के अनुसार, साल 2018 में पूर्ववर्ती राज्य में 228 आतंकवादी घटनाओं और 189 मुठभेड़ों या आतंकवाद विरोधी अभियानों में 146 लोग (91 सुरक्षाकर्मी और 55 नागरिक) मारे गए। मंत्री ने जम्मू-कश्मीर सरकार से प्राप्त आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 2018 में 1328 संगठित पथराव की घटनाएं और 52 संगठित हड़तालें हुईं। मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में कमी केंद्र सरकार की आतंकवाद के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' नीति का परिणाम है।
शांति और स्थिरता के लिए सुरक्षा उपायों को किया जा रहा मजबूत- राय
राय ने आगे कहा कि सरकार का दृष्टिकोण आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करना है। जम्मू-कश्मीर में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए सुरक्षा उपायों को मजबूत किया जा रहा है। राज्य मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं को रोकने के लिए अपनाई गई रणनीतियों और की गई कार्रवाइयों में आतंकवादियों और उनके समर्थन संरचनाओं के खिलाफ प्रभावी, निरंतर और सतत कार्रवाई के साथ-साथ पूरे सरकारी दृष्टिकोण का उपयोग करके आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करना शामिल है।ये भी पढ़ें: Baba Budha Amarnath: तीर्थयात्रियों को निर्धारित समय में पार करना होगा बीजी नाका, आतंकी गतिविधि के चलते लिया फैसला
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