Jammu News: 'साल 1947 में 5 करोड़ मुसलमान और अब 20 करोड़...फिर भी हिंदू हिंसक?' राहुल गांधी के बयान पर SSDF ने दी प्रतिक्रिया
लोकसभा सदन में विपक्षी नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के हिंदू धर्म पर दिए गए बयान पर जम्मू की शिवसेना डोगरा फ्रंट (एसएसडीएफ) ने विरोध प्रदर्शन किया। इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ मार्च भी निकला। एसएसडीएफ ने बहुसंख्यक समाज की भावनाएं आहत करने को लेकर राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के प्रति राहुल गांधी की टिप्पणी अपमानजनक और शर्मनाक है।
पीटीआई, जम्मू। शिवसेना डोगरा फ्रंट (एसएसडीएफ) ने लोकसभा में विपक्षी नेता राहुल गांधी द्वारा हिंदू धर्म के संबंध में की गई टिप्पणी के विरोध में मंगलवार को मार्च निकाला। उन्होंने देश के बहुसंख्यक समुदाय की भावनाओं को कथित रूप से ठेस पहुंचाने के लिए राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की।
विरोध प्रदर्शन के दौरान, प्रतिभागियों ने कांग्रेस नेता के खिलाफ नारे लगाए और उन पर अपनी पार्टी का समर्थन करने वाले दूसरे समुदाय को खुश करने के लिए जानबूझकर हिंदुओं को अपमानित करने का आरोप लगाया। एसएसडीएफ प्रमुख अशोक गुप्ता के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने शहर में मार्च किया और राहुल गांधी और उनकी पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन किया।
एसएसडीएफ ने राहुल गांधी से की माफी की मांग
तिरंगा ध्वज, तख्तियां और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे (Bal Thackeray) की तस्वीरें लेकर एसएसडीएफ ने राहुल गांधी से माफी की मांग करते हुए नारे लगाए। एसएसडीएफ अध्यक्ष ने भारत में बहुसंख्यक समुदाय की भावनाओं का कथित रूप से अपमान करने की भी बात कही ।
एसएसडीएफ अशोक गुप्ता ने कहा कि उन्होंने अपनी पार्टी का समर्थन करने वाले एक खास समुदाय को खुश करने के लिए हिंदुओं का अपमान किया। यह मुद्दा समुदाय के सम्मान और गरिमा का है, हिंदू बनाम मुस्लिम का नहीं। लोकसभा अध्यक्ष को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राहुल गांधी माफी मांगें या उन्हें उनके पद से हटा दिया जाना चाहिए।
राहुल गांधी की टिप्पणी हिंदुओं के प्रति अपमानजनक और शर्मनाक- एसएसडीएफ
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की टिप्पणी की आलोचना करते हुए गुप्ता ने कहा कि क्या हिंदू स्वाभाविक रूप से हिंसक हैं? क्या 110 करोड़ हिंदू हिंसा में शामिल हैं और नफरत फैलाते हैं? राहुल गांधी का बयान शर्मनाक और हिंदुओं के प्रति अपमानजनक है। साल 1947 में भारत में पांच करोड़ मुसलमान थे और अब 20 करोड़ हैं। क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि हिंदू हिंसक और असहिष्णु थे? पाकिस्तान में 20 प्रतिशत हिंदू थे, लेकिन अब केवल दो प्रतिशत हैं। मुझे बताएं कि आपको हिंसा और नफरत फैलाने के लिए कौन जिम्मेदार लगता है?
गुप्ता ने बाल ठाकरे की एक तस्वीर भी दिखाई और सवाल किया कि क्या वह हिंसक थे और नफरत फैला रहे थे? उनके बेटे को इसका जवाब देना चाहिए। कोई पूरे हिंदू समुदाय को बदनाम नहीं कर सकता। भाजपा ने सोमवार को संसद के अंदर और बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
राहुल गांधी की टिप्पणियों को बाद में हटाया गया
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्य 'हिंदू नहीं हैं' क्योंकि वे विभाजन और हिंसा को बढ़ावा देते हैं। सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता द्वारा की गई कुछ टिप्पणियों को बाद में हटा दिया गया।