Snowfall at Mata Vaishno Devi Bhawan: बर्फ की सफेद चादर में लिपटा मां का भवन, हैलीकाप्टर सेवा बंद
बोर्ड ने आपदा प्रबंधन टीम के सदस्यों को यात्रा मार्ग पर तैनात करते हुए श्रद्धालुओं को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए हैं।
जम्मू, जेएनएन। मां वैष्णो देवी भवन, भैरव घाटी व त्रिकुटा पर्वत सफेद चादर में लिपटा हुआ है। सोमवार से यहां शुरू हुई बर्फबारी आज मंगलवार को भी जारी है। खराब मौसम को देखते हुए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा कल सोमवार दोपहर से बंद रखी गइ हैलीकाप्टर सेवा आज मंगलवार को दूसरे दिन भी बंद रही। यही नहीं बोर्ड ने आपदा प्रबंधन टीम के सदस्यों को यात्रा मार्ग पर तैनात करते हुए श्रद्धालुओं को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए हैं।
बर्फ के कारण मार्ग पर फिसल हो गई है परंतु बोर्ड के कर्मचारी निरंतर मार्ग को साफ कर रहे हैं। यही नहीं वहां से गुजर रहे श्रद्धालुओं को भी इस बारे में जागरूक किया जा रहा है। दूसर से रोशनी से जगमगाता सफेद चादर में लिपटा मां वैष्णो देवी का भवन हर किसी को आकर्षित कर रहा है। आसमान से गिरती बर्फ व सर्द मौसम की परवाह न करते हुए देश भर से मां वैष्णों के दर्शनों के लिए यहां पहुंचे श्रद्धालु जयकारे लगाते हुए निरंतर भवन की ओर बढ़ रहे हैं। जो श्रद्धालु मां के दर्शन कर वापिस लौट रहे हैं, उनके चेहरों पर भी चमक नजर आ रही है।
कल सुबह से भवन पर हो रही बर्फबारी के कारण सांझी छत हैलीपैड पर भी बर्फ जम चुकी थी, जिसकी वजह से बोर्ड ने दोपहर बाद इसे बंद कर दिया। आज भी बर्फबारी जारी रहने की वजह से हैलीकाप्टर सेवा शुरू नहीं की गइ। हालांकि बैटरी कार सेवा व केबल कार सेवा अभी भी सुचारू रूप से जारी है। हालांकि बोर्ड ने अपने कर्मचारियों को बैटरी कार मार्ग व भैरव घाटी मार्ग पर भी नजर रखने को कहा है। यदि इन मार्ग पर फिसलन बढ़ जाती है तो श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा को ध्यान में रखते हुए ये मार्ग भी बंद कर दिया जाएगा। इसके बाद श्रद्धालु केवल पुराने रास्ते से ही जा पाएंगे।
भवन के पास, सांझी छत और भैरव घाटी में श्रद्धालु बर्फ की सफेद चादर पर खेलते, सेल्फी लेते नजर आ रहे हैं। बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि सांझी छत हैलीपैड पर बर्फ हटाने का काम जारी है। बर्फ हटने व मौसम में सुधार के बाद ही हैलीकाप्टर सेवा शुरू की जा सकती है। फिलहाल भवन पर बर्फबारी बहुत कम हो रही है परंतु भैरव घाटी व त्रिकुटा पर्व पर अधिक बर्फबारी हो रही है।