Jammu News: अब इस गांव में युद्ध की छाया नहीं, जगमग है आशा का आकाश
भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित जम्मू-कश्मीर के सुचेतगढ़ गांव की कहानी सभी को प्रेरणा देती हुई प्रतीत होती है। यहां पर सीमांत गांवों के विकास की योजना से अब छवि बदल रही है। बॉर्डर टूरिज्म ने पर्यटन की राह खोली है तो बासमती ने यहां को विश्व में नई पहचान दी है। अब रोजगार के अवसर और सुविधाएं बढ़ने से जीवन स्तर बेहतर हो रहा है। पढ़िए डिटेल में।
दलजीत सिंह, आरएसपुरा (जम्मू)। पाकिस्तान सीमा से सटा छोटा सा गांव सुचेतगढ़। सीमा पर खेतों के साथ हुई तारबंदी और हर तरफ सीमाप्रहरियों की चौकस निगाहें बताती हैं कि यहां का जीवन सहज नहीं रहा। दुश्मन की हर साजिश और पड़ोसी के धोखे को इस गांव के लोगों ने काफी करीब से महसूस किया है। पर आज जीरो लाइन पर गूंजते देशभक्ति के तराने और उन पर थिरकते युवाओं की टोली को देखकर यह साफ है कि दशकों तक युद्ध की छाया में रहे इस प्रथम गांव की तस्वीर बदली है।
पर्यटक सीमा तक पहुंच रहे हैं तो आधारभूत ढांचे का विकास हुआ है और सुविधाएं भी बढ़ी हैं। 1947 तक जम्मू-सियालकोट के रेलवे ट्रैक के किनारे बसे छोटे से गांव सुचेतगढ़ की कहानी भी देश के अन्य गांवों से ज्यादा जुदा नहीं थी। पर देश के विभाजन के साथ ही सीमाएं खिंच गई और इस गांव ने रिश्तों को बंटते और लुटते देखा।
कबाइलियों के हमले के बाद जम्मू कश्मीर के महाराजा ने भारत में विलय की घोषणा के बाद इस प्रथम गांव के नागरिकों के कष्ट भी बढ़ गए। पाकिस्तान की क्षेत्र में अस्थिरता पैदा करने की साजिशें और अकारण गोलाबारी के कारण यहां के लोगों ने तरह-तरह के कष्ट झेले। पर प्रथम मोर्चे पर वह बेखौफ हो डटे रहे।पाकिस्तान की घुसपैठ की साजिशों को यहां के ग्रामीण प्रथम प्रहरी की तरह नाकाम बनाने में सुरक्षाबल के साथ खड़े दिखते हैं। दस वर्षों में देश के सीमावर्ती क्षेत्रों की स्थिति किस तरह बदली है। यह करीब से समझना है तो जम्मू शहर से 28 किलोमीटर दूर सुचेतगढ़ गांव में पहुंचा जा सकता है। आज वास्तव में यह गांव और अधिक जीवंत हो रहा है।
एक दशक पहले तक सरहदी गांव सुचेतगढ़ आए दिन पाकिस्तानी गोलीबारी से छलनी होता था। सत्ता क्या बदली अब यह पयर्टकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। अब किसान बिनी किसी डर के अपनी फसल काट रहे हैं।यह भी पढ़ें: Rajouri Lok Sabha Seat 2024: महबूबा मुफ्ती ने राजौरी के बाजारों में किया रोड शो, 25 मई को अनंतनाग सीट पर मतदान
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