Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर में तारिक हमीद बने नए कांग्रेस अध्यक्ष, मल्लिकार्जुन खरगे ने किया एलान
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद कांग्रेस ने तारिक हमीद कर्रा को केंद्रशासित प्रदेश का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। कांग्रेस (Jammu Kashmir New Congress President) द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तारिक हमीद कर्रा को जम्मू-कश्मीर पीसीसी का अध्यक्ष और तारा चंद और रमन भल्ला को जम्मू-कश्मीर पीसीसी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के साथ ही प्रदेश कांग्रेस में बड़ा फेरबदल हुआ है। प्रदेश प्रधान विकार रसूल को हटा दिया गया है। तारिक हमीर कर्रा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी जम्मू कश्मीर के नए प्रधान नियुक्त किए गए है। तेजी से घटे इस घटनाक्रम में रमन भल्ला और पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद को कार्यवाहक प्रधान बनाया गया है।
कांग्रेस ने जारी किया नोटिफिकेशन
हालांकि, रमन भल्ला पहले से ही कार्यवाहक प्रधान थे। पार्टी के अखिल भारतीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की तरफ से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि तत्काल प्रभाव से तारिक हमीद कर्राप्रदेश कांग्रेस के नए प्रधान होंगे। विकार रसूल को कांग्रेस वर्किंग कमेटी में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है वहीं तारिक हमीद कर्राको विशेष आमंत्रित सदस्य की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया है।
विकार रसूल के खिलाफ लिखा गया हाईकमान को पत्र
बता दें कि विकार रसूल के खिलाफ पार्टी में असंतोष लगातार बढ़ता जा रहा था। हाल ही में दिल्ली में कांग्रेस के संगठन महासचिव वेणुगोपाल की तरफ से बुलाई गई बैठक में प्रदेश के बीस से अधिक नेताओं ने भाग लिया था।
इसमें वेणुगोपाल ने अकेले हर एक नेता से अलग बातचीत की और अधिकतर ने विकार रसूल के कामकाज पर असंतोष जताते हुए चुनाव से पहले हटाने की मांग की थी। इससे पहले कश्मीर के नेताओं ने भी विकार रसूल के खिलाफ हाईकमान को पत्र लिखे थे।
पार्टी में अपनी मनमर्जी से काम करने व सभी को साथ लेकर न चलने के रवैये ने उनकी प्रदेश प्रधान पद से छुट्टी कर दी। चुनाव से पहले विकार रसूल को पद से हटाने उनके लिए बहुत बड़ा झटका है।
2017 में ज्वाइन की थी कांग्रेस
तारिक हमीद कर्राने साल 2014 में पीडीपी की टिकट से श्रीनगर संसदीय सीट से फारूक अब्दुल्ला को चुनाव में हराया था। कर्रा फरवरी 2017 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वह पीडीपी की भाजपा के साथ गठबंधन सरकार के विरोध में थे। उन्होंने पीडीपी व संसद पद से त्यागपत्र दे दिया था। वह पीडीपी के संस्थापक सदस्य रहे हैं। जम्मू कश्मीर में साल 2002 में पीडीपी-कांग्रेस गठबंधन सरकार में वित्त मंत्री रहे हैं।
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