Poonch Terrorist Attack: पुंछ में सेना के वाहनों पर आतंकवादी हमला, पांच जवान बलिदान; दो घायल, आतंकियों की तलाश जारी
पुंछ जिले (Poonch Terrorist Attack) में गुरुवार को घने जंगल के बीच से गुजर रहे सेना के वाहनों पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला कर दिया। इस हमले में पांच जवान बलिदान और दो गंभीर रूप से जख्मी हो गए। घायलों को उपचार के लिए सैन्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। एक बलिदानी जवान की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
जागरण संवाददाता, राजौरी। पुंछ जिले में गुरुवार को घने जंगल के बीच से गुजर रहे सेना के वाहनों पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला कर दिया। इस हमले में पांच जवान बलिदान और दो गंभीर रूप से जख्मी हो गए। घायलों को उपचार के लिए सैन्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। एक बलिदानी जवान की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
घटना के बाद सेना ने पूरे क्षेत्र में आतंकियों की तलाश में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान छेड़ दिया है। इस बीच, जैश-ए-मोहम्मद के मुखौटा संगठन पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। सीमावर्ती राजौरी और पुंछ जिलों में एक माह के भीतर आतंकियों ने दूसरी बड़ी वारदात को अंजाम दिया है।
वहीं, समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार, बलिदान हुए दो जवानों के पार्थिव शरीर क्षत-विक्षत हैं। इससे इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता है कि जवानों और आतंकियों के बीच हाथापाई हुई हो और कुछ के हथियार भी आतंकी साथ ले गए हों। जानकारी के अनुसार, बुधवार रात डेरा की गली जंगल में टोपा पीर क्षेत्र के पास कुछ आतंकियों को देखे जाने की सूचना पर सेना की आरआर बटालियन ने तलाशी अभियान शुरू किया था।
इसी अभियान के दौरान सेना के जवान गुरुवार दोपहर बाद 3:45 बजे एक जिप्सी व ट्रक में सवार होकर डेरा की गली-बफ्लियाज मार्ग से गुजर रहे थे। इस दौरान टोपा पीर क्षेत्र में पहले से घात लगाए बैठे तीन से चार आतंकियों ने घने जंगल से निकलकर सेना के वाहनों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी।इस हमले में पांच जवान मौके पर ही बलिदान हो गए और दो घायल हो गए। सूत्रों के अनुसार, आसपास के कुछ लोगों ने आतंकियों को जंगल से निकलते व हमले के बाद फिर वहीं से भागते भी देखा है।
कुछ जवानों ने आतंकियों का पीछा भी किया और आतंकियों पर गोलियां चलाई। आतंकियों ने भी भागते हुए गोलीबारी की, लेकिन उसके बाद आतंकी जंगल में भाग निकले।इस बीच, हमले की सूचना मिलते ही सेना की टुकड़ी, पुलिस व अन्य सुरक्षाबल घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों व बलिदान जवानों को पास के सैन्य अस्पताल पहुंचाया। इससे पहले जम्मू में सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया कि आतंकियों की मौजूदगी के बारे में पुख्ता सूचना के आधार पर ही बुधवार रात को एक संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया था।
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