Jammu: सुरक्षा में बड़ी चूक, जेल में बंद आतंकी फोन के जरिए अपने पाकिस्तानी आकाओं से कर रहा था बात; पुलिस जांच में जुटी
Most Sensitive Kot Bhalwal Jail आतंक प्रभावित जम्मू कश्मीर की जेलें लंबे समय से किसी न किसी कारणों से चर्चा में रही है। एक बार फिर देश की अति संवेदनशील कोट भलवाल जेल सुर्खियों में है। जेल में बंद आतंकी हबीब जो जम्मू संभाग के जिला कठुआ के मडीन इलाके का है। उसके द्वारा प्रयोग किए जा रहे एक मोबाइल फोन को बरामद किया है।
जागरण संवाददाता, जम्मू। आतंक प्रभावित जम्मू कश्मीर की जेलें लंबे समय से किसी न किसी कारणों से चर्चा में रही है। एक बार फिर देश की अति संवेदनशील कोट भलवाल जेल सुर्खियों में आई है। जेल में बंद आतंकी हबीब, जो जम्मू संभाग के जिला कठुआ के मडीन इलाके का है, द्वारा प्रयोग किए जा रहे एक मोबाइल फोन को बरामद किया है।
पुलिस ने अब इस मामले की जांच की शुरू
आरोप है कि हबीब जेल में बैठ क इस मोबाइल फोन का प्रयोग कर रहा था। इस बात से भी इंकार नहीं किया जा रहा कि हबीब सीमापार बैठे आतंकियों से भी इस फोन की मदद से बात कर रहा होगा। अब यह खुलासा होने के बाद जम्मू पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों के अनुसार 8 जनवरी को कोट भलवाल जेल प्रशासन ने वहां तैनात सीआईएसएफ के जवानों के साथ जेल परिसर में तलाशी अभियान चलाया था। इस दौरान जेल प्रशासन को कैदियों के बैरक के नजदीक ईंटों के नीचे छुपा कर रखा गया एक मोबाइल फोन मिला था। हालांकि उसके अंदर सिमकार्ड नहीं था।
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इस फोन से डाटा हासिल करने के लिए जेल प्रशासन ने उसे जम्मू पुलिस के साइबर सैल में भेज दिया था। अब साइबर सैल से जो जानकारी मिली है उससे पता चला है कि इस फोन से डायल किए गए कुछ मोबाइल फोन नंबर हबीब के परिवार के सदस्यों के है, जिनसे वह लगातार बात कर रहा था। इसके अलावा उन फोन नंबरों का भी पता लगाया जा रहा है जो इस मोबाइल फोन से मिलाए गए है।
बीते वर्ष से जेल में बंद है हबीब
आतंकी हबीब को जम्मू पुलिस ने बीते वर्ष पाकिस्तान से आई हथियारों की खेप के साथ पकड़ा था। बाद में इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई थी। एनआईए ने गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून (यूएपीए) के तहत मामले का चालान भी कोर्ट में पेश कर दिया है। तब से हबीब कोट भलवाल जेल में ही बंद है। वह मोबाइल फोन का प्रयोग कब से कर रहा था। अब इस बात का पता लगाया जा रहा है।
कोट भलवाल में मसूद अजहर भी रह चुका है बंद\Bकोट भलवाल जेल में आतंकी संगठन जैश-ए- मुहम्मद का संस्थापक मौलाना मसूद अजहर भी बंद रह चुका है। उसे कंधार विमान अपहरण काड के दौरान तीन अन्य दुर्दात आतंकियों के साथ रिहा किया गया था। मौजूदा समय में जेल में खूंखार विदेशी आतंकियों सहित कश्मीर के अलगाववादी भी बंद हैं।
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