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भाजपा नेताओं का कातिल शहजाद सेह मारा गया, जानिए किन-किन वारदात में रहा है शामिल

भाजपा कार्यकर्ताओं और एक पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या में शामिल हिजबुल मुजाहिदीन का कुख्यात आतंकी शुक्रवार को बीजबेहाड़ा के अरवनी में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। इस दौरान आतंकी ठिकाना बना मकान भी तबाह हो गया।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Updated: Fri, 24 Dec 2021 07:26 PM (IST)
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मारे गए आतंकी से एक एसाल्ट राइफल, दो मैगजीन, 40 कारतूस और एक ग्रेनेड व अन्य साजोसामान भी मिल है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग और कुलगाम में बीते एक साल के दौरान पांच भाजपा कार्यकर्ताओं और एक पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या में शामिल हिजबुल मुजाहिदीन का कुख्यात आतंकी शुक्रवार को बीजबेहाड़ा के अरवनी में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। इस दौरान आतंकी ठिकाना बना मकान भी तबाह हो गया। शहजाद सेह पर सात लाख का इनाम था और वह ए श्रेणी के आतंकियों में सूचीबद्ध था। आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने अरवनी मुठभेड़ में कुख्यात आतंकी शहजाद अहमद सेह के मारे जाने की पुष्टि की है।

अनंतनाग से मिली जानकारी के अनुसार, स्वचालित हथियारों लैस तीन आतंकी वीरवार को आधी रात के बाद बीजबेहाड़ा के पाम मोमिनहाल, अरवनी में अपने एक संपर्क सूत्र से मिलने आए। पुलिस को उसी समय अपने तंत्र से इसका पता चला। कुछ ही देर में पुलिस ने सेना की 01आरआर व सीआरपीएफ की 90वीं वाहिनी के जवानों के साथ मिलकर उन्हें पकड़ने के लिए वहां घेराबंदी शुरू कर दी। जवानों ने घेराबंदी करते हुए जैसे ही संदिग्ध मकानों की तलाशी शुरू की कि एक मकान में छिपे आतंकियों ने उनकी घेराबंदी तोड़ भागने के लिए उन पर फायरिंग की। जवानों ने खुद काे बचाते हुए जवाबी फायर किया और उनके भागने का मंसूबा नाकाम बना दिया। इसके साथ ही वहां मुठभेड़ शुरू हो गई।

सुरक्षाबलों ने आतंकी ठिकाना बने मकान और उसके साथ सटे मकानों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। आतंकियों को बार-बार सरेंडर के लिए भी कहा गया। गांव के कुछ बुजुर्गों और मस्जिद के इमाम से भी मदद ली गई, लेकिन आतंकियों ने गोलीबारी जारी रखी। मुठभेड़ आज सुबह आठ बजे के करीब समाप्त हुई। आतंकियों की तरफ से गोलियों की आवाज पूरी तरह बंद हाेने के बाद जवानों ने सावधानीपूर्वक आगे बढ़ते हुए मुठभेड़स्थल की तलाशी ली। इस दौरान उन्हें वहां गोलियों से छलनी एक आतंकी का शव मिला। स्थानीय सूत्रों की मानें तो वहां तीन आतंकी थे। दो अातंकी कथित तौर पर सुरक्षाबलों की घेराबंदी शुरू होते ही कसी तरह बच निकलने में कामयाब रहे। मारे गए आतंकी के पास से एक एसाल्ट राइफल, दो मैगजीन, 40 कारतूस और एक ग्रेनेड व अन्य साजो सामान भी मिल है।

किन-किन वारदात में शामिल रहा था शहजाद सेह : आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि अरवनी मुठभेड़ में मारा गया हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी शहजाद अहमद सेह जिला कुलगाम के सेहपोरा का रहने वाला था। सितंबर 2020 में सक्रिय होने के बाद उसने 19 अक्टूबर, 2020 को चंदपोरा कनलवन में पुलिस इंस्पेक्टर मोहम्मद अशरफ बट और उसके बाद 29 अक्टूबर, 2020 को यारीपोरा कुलगाम में भाजपा के तीन युवा कार्यकर्ताओं की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। उसने इसी साल 29 अगस्त को अनंतनाग के लालचौक में भाजपा से संबधित एक सरंपच और उसकी पंच पत्नी की हत्या भी की थी।

आइजीपी ने बताया कि वह बीते साल चार दिसंबर को सागम अनंतनाग में जिला विकास परिषद के चुनाव मेे उतरे अनीस उल इस्लाम पर हुए आतंकी हमले में भी शहजाद शामिल था। उसने ही अपनने साथियों संग मिलकर शमसीपोरा कुलगाम में 25 जुलाई, 2021 को एक पुलिस कांस्टेबल से उसका हथियार छीना था। वह सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड हमले और फायरिंग की लगभग एक दर्ज वारदातों में शामिल था। आजीपी ने शहजाद अहमद सेह के साथ किसी अौर आतंकी के छिपे होने के तथ्य को नकारते हुए कहा कि वह अकेला ही वहां आया था। इसके बावजूद एहतियात के तौर पर मुठभेड़स्थल और उसके साथ सटे इलाकों की तलाशी ली जा रही है।

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