Move to Jagran APP

'पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले अब BJP के साथ', फारूक अब्दुल्ला ने इंजीनियर रशीद की रिहाई पर उठाए सवाल

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो लोग कभी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते थे वे अब भाजपा के साथ जुड़ गए हैं। फारूक अब्दुल्ला ने इंजीनियर राशिद की जेल से रिहाई पर भी सवाल उठाया और दावा किया कि राशिद भाजपा और आरएसएस के सहयोगी हैं।

By rohit jandiyal Edited By: Sushil Kumar Updated: Sun, 15 Sep 2024 07:40 PM (IST)
Hero Image
Jammu Kashmir News: फारूक अब्दुल्ला ने इंजीनियर रशीद की रिहाई पर उठाए सवाल।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कान्फ्रेंस के नेता डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग कभी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते थे, वे अब भाजपा के साथ जुड़ गए हैं। फारूक रविवार को श्रीनगर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

1987 के चुनाव में धांधली से कश्मीर में अशांति फैलने के आरोप पर डॉ. अब्दुल्ला ने कहा कि अलगाववादी हमने नहीं, बल्कि पाकिस्तान ने बनाए हैं। जो लोग पहले पाकिस्तान जिंदाबाद जैसे नारे लगाते थे, उन्होंने अब खुद को बीजेपी के साथ जोड़ लिया है।

370 नहीं, आतंकवाद अब भी क्यों जारी?

जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस विचार के बारे में पूछा गया कि अगर नेकां-कांग्रेस की गठबंधन वाली सरकार सत्ता में आती है तो वह घाटी में फिर से आतंकवाद फैलाएगी, इस पर फारूक अब्दुल्ला ने पलटवार करते हुए कहा वे पांच साल से जम्मू-कश्मीर पर शासन कर रहे हैं। वे हमेशा आतंकवाद के लिए अनुच्छेद 370 को दोषी मानते थे, लेकिन अब कोई अनुच्छेद 370 नहीं है। आतंकवाद अब भी क्यों जारी है? सारे हथियार कहां से आ रहे हैं?

'मुसलमानों की आवाज दबा सकें'

अब्दुल्ला ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इंजीनियर राशिद की जेल से रिहाई पर भी सवाल उठाया और दावा किया कि राशिद भाजपा और आरएसएस के सहयोगी हैं। इंजीनियर रशीद को चुनाव से ठीक पहले क्यों रिहा किया गया ताकि वह मुसलमानों को बांट सकें। मुसलमानों की आवाज दबा सकें। वह भाजपा और आरएसएस के सहयोगी हैं।

यह भी पढ़ें- Kathua Encounter: राजौरी-पुंछ के बाद कठुआ में मुठभेड़ शुरू, आतंकियों को ठिकाने लगाने में जुटे सुरक्षाबल, इलाके की घेराबंदी

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।