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Ladakh: ठंड इतनी की लद्दाख में जम गई नदी, पर्यटक उठाएंगे चादर ट्रैकिंग का लुत्फ; इस दिन से शुरू होगी Tracking

Ice Tracking in Ladakh केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में बर्फ से जमी नदी पर चादर ट्रैक पर हौसला आजमाने के लिए देश विदेश के पर्यटक लद्दाख पहुंचने लगे हैं। लेह जिले से चादर ट्रैक आठ जनवरी से शुरू हो जाएगा। देश विदेश के पर्यटक बीस फरवरी तक चलने वाले इस ट्रैक पर पर्यटक अत्याधिक ठंडे वातावरण में बीस किलोमीटर लंबे ट्रैक पर ट्रैकिंग करेंगे।

By vivek singh Edited By: Preeti Gupta Updated: Sat, 06 Jan 2024 01:30 PM (IST)
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बर्फ से जमी जंस्कार नदी पर ट्रैकिंग करने लेह पहुंचे पर्यटक (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, जम्मू। Ice Tracking in Ladakh:  केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में बर्फ से जमी नदी पर चादर ट्रैक पर हौसला आजमाने के लिए देश, विदेश के पर्यटक लद्दाख पहुंचने लगे हैं। लेह जिले से चादर ट्रैक आठ जनवरी से शुरू हो जाएगा। ट्रैकिंग में हिस्सा लेने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से पंद्रह के करीब पर्यटक लद्दाख पहुंच गए हैं। 

ट्रैक पर ट्रैकिंग करेंगे पर्यटक

ये पर्यटक तीन दिन तक लेह में ठहरने कर खुद को अत्याधिक ठंडे मौसम में खुद को ढालने के बाद आठ जनवरी को पहले दल में लेह से ट्रैकिंग करने के लिए जाएंगे। देश, विदेश के पर्यटक बीस फरवरी तक चलने वाले इस ट्रैक पर पर्यटक अत्याधिक ठंडे वातावरण में बीस किलोमीटर लंबे ट्रैक पर ट्रैकिंग करेंगे।

ग्यारह हजार फुट की उंचाई पर होगी ट्रैकिंग

ग्यारह हजार फुट की उंचाई पर ट्रैक करने के लिए पर्यटकों के दल बनाए गए हैं। शुरूआती दलों के सदस्य लेह पहुंचने लगे हैं। बर्फ से जमी इस नदी क्षेत्र में जनवरी महीने में तापमान शून्य स्र तीस डिग्री से नीचे चला जाता है। ऐसे में लेह में तीन दिन तक ठहरने वाले पर्यटकों के स्वास्थ्य की जांच करने के बाद प्रमाणित किया जाएगा कि इस कठिक करने के लिए फिट हैं या नही।

चादर पर ट्रैकिंग की तैयारियां पूरी

शनिवार को लेह में जिला प्रशासन की बैठक में चादर ट्रैक की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा। चादर ट्रैक का दौरा कर चुकी जिला प्रशासन के अधिकारियों व पर्यटन से जुड़े संगठनों की टीम इस बैठक में ट्रैकिंग शुरू करने पर फैसला लेगी। प्रशासन ट्रैकिंग मार्ग पर स्वास्थ्य, राहत अभियान चलाने के लिए पूरे प्रबंध करेगा। इस दाैरान लद्दाख पुलिस के साथ लद्दाख आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें में इस अभियान को सुरक्षित बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे।

105 किलोमीटर है जंंस्कार नदी

जंस्कार क्षेत्र में नीमो-पदम सड़क के निमार्ण के चलते इस बार चादर ट्रैक के एक सीमित हिस्सें में ही ट्रैकिंग की जाएगी। लेह जिला प्रशासन ने लद्दाख में ट्रैवल, टूर ऑपरेटरों, हाेटल संगठनों के प्रतिनिधियों को विश्वास में लेकर ट्रैक को सीमित रखने का फैसला किया है। बर्फ से जमी जंस्कार नदी पर चादर ट्रैक की लंबाई करीब 105 किलोमीटर है। यह पहली बार है जब इस पूरे ट्रैक पर ट्रैकिंग नही हो रही है।

स्वस्थ पर्यटक ही कर सकेंगे ट्रैकिंग

ट्रैकिंग के आयोजन से जुड़े लद्दाख ऑल ट्रैवल टूर ऑपरेटर यूनियन के प्रधान डेलेक्स नाम्गयाल ने बताया कि केवल प्रजीकृत पर्यटक ही इस ट्रैकिंग में हिस्सा ले सकते हैं। ट्रैकिंग बहुत कठिन हालात में होती है। ऐसे में वही पर्यटक आगे जाएंगे जो पूरी तरह से स्वस्थ होंगे। उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय चादर ट्रैक के बीस किलोमीटर के मार्ग पर लद्दाख प्रशासन व पर्यटन विभाग ने इस बार तीन कैंप स्थापित किए गए हैं।

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कैंप में होगी स्वास्थ्य जांच

पहला कैंप लेह के दूरदराज गुरू दो इलाके में हैं। वहीं दूसरा कैंप शिंगरा याेकमा व तीसरा कैंप चादर ट्रैक पर सोेमो इलाके में हैं। इन तीन कैंपों पर मेडिकल की व्यवस्था है। हर कैंप पर ट्रैकिंग में हिस्सा ले रहे पर्यटकों के स्वास्थ्य की नियमित जांच की जाएगी।

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