धर्मथल में जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर गिरा बिजली की 132 केवीए लाईन का टॉवर, बड़ा हादसा होने से टल गया
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर धर्मथल इलाके में लगा चिनैनी-श्रीनगर ट्रांसमिशन लाईन (सीएसटीएल) का टॉवर शुक्रवार रात को अचानक गिर गया। टॉवर गिरने से डोडा और किश्तवाड़ जिला के साथ चिनैनी नाशरी टनल की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। चिनैनी नाशरी टनल की बिजली रात को बहाल कर दी गई।
ऊधमपुर, जागरण संवाददाता। जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर धर्मथल इलाके में लगा चिनैनी-श्रीनगर ट्रांसमिशन लाईन (सीएसटीएल) का टॉवर शुक्रवार रात को अचानक गिर गया। टॉवर गिरने से डोडा और किश्तवाड़ जिला के साथ चिनैनी नाशरी टनल की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। चिनैनी नाशरी टनल की बिजली रात को बहाल कर दी गई। जबकि डोडा और किश्तवाड़ में भी रात को ही श्रीनगर से 220 केवी लाईन से बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई, मगर दोपहर तक बिजली बार-बार आ जा रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक ऊधमपुर के धर्मथल इलाके में बिजली विभाग की टीएलएमडी डिविजन की चिनैनी श्रीनगर ट्रांसमिशन लाईन (सीएसटीएल) का टॉवर बीती रात साढ़े दस बजे हाईवे पर आ गिरा। टॉवर गिरने से पहले ही वह झुकना शुरु हो गया था। जिसे देख कर हाईवे निर्माण कर रही कंपनी ने टॉवर के दौरान हाईवे पर गुजर रहे वाहनों को दोनों तरफ रोक दिया। जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया।
टॉवर गिरने की जानकारी मिलते ही ट्रैफिक पुलिस और प्रशासन ने बिजली विभाग की टीएलएम डिविजन को सूचित किया। जिसके बाद टॉवर पर लगी सीएसटीएल लाईन की बिजली आपूर्ति बंद करवाई गई। इसके बाद हाईवे पर गिरे टॉवर तारें काटने के साथ ही टॉवर के शीर्ष भाग(हेड) को अलग किया गया। जिसके बाद हाईवे पर यातायात बहाल किया गया।
वहीं रात को टॉवर गिरने की वजह से लाईन की बिजली बंद होने के साथ ही चिनैनी नाशरी टनल के साथ ही डोडा और किश्तवाड़ जिला की बिजली आपूर्ति भी बंद हो गई। जिससे टनल वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गई। वहीं टॉवर गिरने की वजह से हाईवे को भी यायातात के लिए बंद कर दिया गया। देर रात को चिनैनी नाशरी टनल को रामबन ग्रिड से बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई। मगर कुछ ही घंटों मे रामबन ग्रिड में तकनीकी खराब आने से बिजली फिर से बंद हो गई। इसके बाद रामबन ग्रिड की खराब को ठीक कर सुबह 10 बजे के करीब बिजली आपूर्ति बहाल की गई। वहीं किश्तवाड़ और डोडा इलाके में भी रात को बिजली आपूर्ति श्रीनगर-रामबन 220 केवीए लाईन से बहाल की गई। मगर दोपहर तक बिजली का आने जाने का सिलसिला चल रहा है।