Move to Jagran APP

Amarnath Yatra: अमरनाथ गुफा तक पहुंचे वाहन, तेजी से हो रहा बालटाल-पवित्र गुफा मार्ग को चौड़ा करने का काम

श्री अमरनाथ गुफा (Amarnath Cave) तक वाहनों की आवाजाही जल्द ही शुरू हो जाएगी। बालटाल और चंदनबाड़ी से गुफा तक के मार्ग को चौड़ा करने का काम तेजी से जारी है। सीमा सड़क संगठन ने अपने ट्रक और छोटे पिकअप वाहन श्री अमरेश्वर धाम पहुंचाए। बालटाल-पवित्र गुफा मार्ग के अधिकांश हिस्सों को चौड़ा करने का काम तेजी से चल रहा है।

By Edited By: Deepak SaxenaUpdated: Sun, 29 Oct 2023 10:03 AM (IST)
Hero Image
अमरनाथ गुफा तक पहुंचे वाहन, तेजी से हो रहा बालटाल-पवित्र गुफा मार्ग को चौड़ा करने का काम।
नवीन नवाज, श्रीनगर। समुद्रतल से करीब 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित श्री अमरेश्वर धाम (अमरनाथ गुफा) पर वाहनों का आवागमन जल्द वास्तविकता बन जाएगा। यात्रा मार्ग को चौड़ा करने के काम में जुटे सीमा सड़क संगठन ने अपने ट्रक और छोटे पिकअप वाहनों को पवित्र गुफा तक पहुंचा दिया है।

यह वाहन पवित्र गुफा के पास जारी काम में इस्तेमाल हो रहे हैं। अभी तक श्रद्धालु पैदल, घोड़े, पालकी या हेलीकॉप्टर से ही यात्रा कर पाते हैं। पवित्र गुफा तक पहुंचने के लिए दो मार्ग हैं। एक बालटाल से पवित्र गुफा और दूसरा पहलगाम के चंदनबाड़ी से गुफा तक।

ये दोनों मार्ग कच्चे हैं और पहाड़ों के बीच से होकर गुजरते हैं। बालटाल से पवित्र गुफा के लगभग 14 किलोमीटर मार्ग पर अधिकांश जगहों पर काम तेजी से जारी है। यात्रा मार्ग को चौड़ा करने और उसे वाहनों के आवागमन योग्य बनाए जाने की जिम्मेदारी सीमा सड़क संगठन के बीकन विंग को बीते वर्ष सौंपी गई थी। बालटाल-पवित्र गुफा मार्ग के अधिकांश हिस्सों को चौड़ा कर दिया गया है। इसी माह पांच अक्टूबर को बीकन के वाहन काली माता टाप के पास पहुंच गए थे। तीन दिन पहले ही रास्ता बनाकर वाहनों को पवित्र गुफा तक पहुंचा दिया गया है।

संवेदनशील हिस्सों में तैयार की जा रही सुरक्षा दीवार

चंदनबाड़ी-पवित्र गुफा मार्ग पर भी तेजी से काम जारी है। भूस्खलन की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा दीवार भी तैयार की जा रही है। बीकन से जुड़े सूत्रों ने नवंबर के पहले पखवाड़े के बाद किसी भी समय इस मार्ग पर तत्कालीन मौसमी परिस्थितियों के आधार पर काम रुक सकता है, इसलिए जो समय बचा है उसमें ज्यादा से ज्यादा काम निपटाने का प्रयास किया रहा है।

इसके लिए आवश्यक साजो सामान और श्रमिक उपलब्ध कराए गए हैं। चिनूक हेलीकाप्टर की मदद से भारी मशीनरी को यात्रा मार्ग के विभिन्न हिस्सों तक पहुंचाया गया है। पूरे सेक्शन में डोजर, खुदाई रॉक ब्रेकर और ट्रैक्टर लगाए गए हैं।

ये भी पढ़ें: Poonch News: प्राचीन किले के पास अवैध अतिक्रमण पर चला पीला पंजा, दर्जनों दुकानों को ढहाया

उन्होंने बताया कि यात्रा मार्ग के अधिकांश हिस्सों में अब ट्रक और छोटे पिकअप वाहन भी इस्तेमाल किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले दोमेल के आगे इस तरह के वाहन या भारी मशीनरीर का इस्तेमाल नहीं किया गया था।

शेषनाग-पंचतरणी के बीच बनेगी 10.8 किमी सुरंग

चंदनबाड़ी से गुफा तक के मार्ग पर शेषनाग और पंचतरणी के बीच 10.8 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाने की योजना है, ताकि श्रद्धालुओं को भूस्खलन, बारिश, हिमपात के दौरान यात्रा न रोकनी पड़े और न किसी की जान को खतरा पैदा हो। पंचतरणी से आगे पवित्र गुफा तक पांच किलोमीटर लंबा और साढ़े पांच मीटर चौड़ा पक्का मार्ग बनाया जा रहा है।

ये भी पढ़ें: पीओके में उग्र हो गया पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, नागरिक बोले- 'सरकार करें चिंताओं का समाधान'

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।