जम्मू: विश्व हिन्दू परिषद ने किया दुर्गावाहिनी शौर्य प्रशिक्षण शिविर का आयोजन, महिलाओं ने सीखे आत्मरक्षा के गुर
विश्व हिन्दू परिषद की महिला इकाई दुर्गावाहिनी द्धारा देश भर में दुर्गावाहिनी शौर्य प्रशिक्षण वर्गों का आयोजन किया जा रहा है। इसी के अंतर्गत जम्मू-कश्मीर लद्दाख प्रान्त में भी दुर्गावाहिनी शौर्य प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया। यह वर्ग जम्मू के बाबा कैलाख नाथ देव स्थान में सप्ताह भर चला।
By Vikas AbrolEdited By: Updated: Sat, 09 Jul 2022 04:40 PM (IST)
जम्मू, जागरण संवाददाता : विश्व हिन्दू परिषद की ओर से आयोजित दुर्गावाहिनी शौर्य प्रशिक्षण वर्ग में महिलाओं ने आत्म रक्षा के गुर सीखे एवं अपने धर्म से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कर अपनी संस्कृति से जुडे़ रहने और दूसरों को अपने धर्म के प्रति जागरूक करने का संकल्प लिया।
विश्व हिन्दू परिषद की महिला इकाई दुर्गावाहिनी द्धारा देश भर में दुर्गावाहिनी शौर्य प्रशिक्षण वर्गों का आयोजन किया जा रहा है। इसी के अंतर्गत जम्मू-कश्मीर, लद्दाख प्रान्त में भी दुर्गावाहिनी शौर्य प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया। यह वर्ग जम्मू के बाबा कैलाख नाथ देव स्थान में सप्ताह भर चला। इस वर्ग में दुर्गावाहिनी राष्ट्रीय संयोजिका प्रज्ञा माहला व अन्य अधिकारीयों द्धारा संगठन को मजबूत करने लिए दुर्गाओं को संगठन की पूर्ण जानकारी दी।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा की दुर्गावाहिनी सेवा, सुरक्षा, संस्कार के आधार पर कार्य करता है। वर्तमान में हिन्दू समाज पर मुस्लिम समाज एवं इसाई मिशनरी द्धारा किए जा रहे हमलों व हिन्दू भावनाओं को आघात करने के प्रयास।देवी देवताओं पर अभ्रद टिप्नियां व अन्य प्रकार के घृणित कार्यों से बचने के लिए दुर्गाओं को अपने धर्म, ग्रन्थ, माता, साधु संत महात्माओं एवं मठ-मंदिरों की सुरक्षा हेतु उन्हें हिन्दू धर्म कितना पवित्र एवं प्राचीन है। उसके बारे में अवगत करवाया गया। साथ ही साथ दुर्गाओं को सोशल मीडिया के लाभ और हानियों की भी जानकारी दी गई।
उन्होंने कहा की युवाओं को अपने धर्म के प्रति जागरूक रहना चाहिए। उन्हें अपने कुल देवता, तुलसी के पौधे, सूर्य देव को प्रतिदिन प्रात: जल अर्पित करना चाहिए।हर मंगलवार को अपने इष्टदेव हनुमान जी का सामूहिक एवं विशाल हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए तथा गाय को रोटी खिलानी चाहिए। अपने इष्टदेव हनुमान जी या किसी भी भगवान को वह अपना इष्ट मानते हैं। उनकी प्रतिदिन आराधना पूजा करनी चाहिए। मुख्य शिक्षिका के रूप में भूमि खजुरिया, मोक्षी और निशा ने सप्ताह भर चले वर्ग में दुर्गाओं को शिक्षित किया।इस अवसर पर मुख्य वक्ता प्रज्ञा महिला दुर्गा वाहिनी की राष्ट्रीय संयोजिका, बिना माताजी मातृशक्ति की क्षेत्रीय सह संयोजिका, रीता मातृशक्ति जम्मू-कश्मीर प्रांत की संयोजिका, लीला करण जम्मू-कश्मीर प्रांत के अध्यक्ष, शीतल और शबनम दुर्गा वाहिनी प्रांत सह संयोजिका, बंदना खजुरिया, जम्मू कश्मीर प्रांत की पूर्णकालिक, अभिषेक गुप्ता, शक्ति दत्त, सुनील दत्त, स्वर्ण सिंह, राजेश गुप्ता, सुषमा आदि उपस्थित रहे।
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