Water Crisis in Jammu Kashmir: जल जीवन मिशन की खुली पोल, बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं इस गांव के लोग
देश में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। इस झुलसाती हुई गर्मी के बीच इन गांवों में गर्मी के लाले पड़े हुए हैं। लोगों के घरों में नल तो लगा दिए गए हैं लेकिन पानी में अभी तक नहीं आ पाया। लोगों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि जहां-जहां पर नए ट्यूबल स्थापित किए गए हैं वहां पर जल्द से जल्द पानी की सप्लाई बहाल होनी चाहिए।
संवाद सहयोगी, मीरा साहिब। जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल, हर घर जल सरकार की योजना क्षेत्र की विभिन्न पंचायतो में लोगों को स्वच्छ पानी मुहैया करवाने के लिए जल शक्ति विभाग की ओर से शुरू की गई थी लेकिन ये योजना सिरे चढ़ती हुई दिखाई नहीं दे रही है।
बात करें इस योजना के तहत गांव ममका, गांव खोड, गांव लंगोटिया, गांव मरलिया गांव, बैनागढ़ आदि में जल शक्ति विभाग की ओर से पानी की टंकियां तो स्थापित कर ली गई स्टेशन भी बना दिए गए हैं लेकिन अभी तक कहीं पर भी पानी की सप्लाई शुरू नहीं हो पा रही है।
भयंकर गर्मी में पानी के पड़े हैं लाले
कहीं पर पंपिंग स्टेशन में कर्मचारी नहीं कहीं पर जमीन के नीचे पाइप बिछाने का काम पूरा नहीं हुआ ऐसे में इस भयंकर गर्मी में जहां लोगों को पानी के पीने के पानी के लाले पड़े हुए हैं वहीं दूसरी और सरकारी योजना का भी लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा।लोगों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि जहां-जहां पर नए ट्यूबल स्थापित किए गए हैं वहां पर जल्द से जल्द पानी की सप्लाई बहाल होनी चाहिए ताकि गर्मी में लोगों को पानी की समस्या से परेशान ना होना पड़े।
पुराने ट्यूबेलों की सुध लेने वाला कोई नहीं
किसान नेता सुभाष दसगोतरा का कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से लोगों की बेहतरीन के लिए योजनाएं तो बना दी जाती है मगर सरकारी अधिकारी योजनाओं को जमीन पर उतरने के लिए पूरी तरह से काम नहीं करते जिसके चलते योजनाओं का लाभ लोगों को ठीक तरीके से नहीं मिलता।आज जहां-जहां पुराने ट्यूबल सालों से खराब पड़े हैं होना तो चाहिए था कि उनका ठीक किया जाए लेकिन उल्टा रहा है। उनकी जगह पर नए ट्यूबल करोड़ों रुपए की राशि खर्च करके लगाए जा रहे हैं।
पुराने ट्यूबल जो करोड़ों की राशि खर्च करके सरकार की ओर से स्थापित किए गए थे उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं और सरकार के पैसे आज सारे पानी में डूब गए हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।