Jammu News: जम्मू कश्मीर की आर्थिक स्थिति बदलेगा सफेद सोना, फरवरी में रियासी में मिला था 59 लाख टन का लीथियम भंडार
Jammu kashmir News के रियासी में मिले लीथियम के खनिज भंडार जल्द घाटी की आर्थिक स्थिति को और गति देगा। रियासी में सलाल और उसके साथ सटे क्षेत्रों में इसी साल फरवरी में 59 लाख टन लीथियम का भंडार मिला था। बता दें कि लीथियम का प्रयोग मुख्यत इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी के रूप में होता है। भारत में लीथियम आयन बैटरी का 96 प्रतिशत आयात चीन-हांगकांग से होता है।
By Jagran NewsEdited By: Monu Kumar JhaUpdated: Thu, 30 Nov 2023 03:19 PM (IST)
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर के रियासी में मिले लीथियम के खनिज भंडार (Jammu Kashmir lithium reserves) जल्द जम्मू कश्मीर की आर्थिकी को गति देगा। केंद्र सरकार द्वारा बुधवार को खनिज ब्लॉक की नीलामी शुरू करने के एलान के बाद इन ब्लॉक पर असमंजस की स्थिति दूर हो गई है। लीथियम को सफेद सोना भी कहा जाता है।
रियासी में सलाल और उसके साथ सटे क्षेत्रों में इसी साल फरवरी में 59 लाख टन लीथियम का भंडार मिला था। बता दें कि लीथियम का प्रयोग मुख्यत: इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी के रूप में होता है।
लीथियम बैटरी का प्रयोग कई चिकित्सा उपकरणों और मोबाइल व लैपटाप में भी होता है। इस समय देश में इस महत्वपूर्ण खनिज की काफी मांग है और आम तौर पर इसे चीन, आस्ट्रेलिया और अर्जेंटिना से आयात किया जाता है।
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प्रदेश सरकार का खजाना भरेगा लीथियम
जम्मू कश्मीर जियोलाजी एंड माइनिंग विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, प्रदेश में उपलब्ध लीथियम के भंडार का सिर्फ 10 प्रतिशत छह-सात करोड़ इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी की जरूरत पूरी कर देगा। मौजूदा परिस्थितियों में भारत में लीथियम आयन बैटरी का 96 प्रतिशत आयात चीन और हांगकांग से होता है।भारत को हर वर्ष नौ हजार करोड़ रुपये इसके लिए खर्च करने पड़ते हैं। आने वाला समय इलेक्ट्रिक वाहनों का है, ऐसे में लीथियम की उपलब्धता भारत को इलेक्ट्रिक बैटरी के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाएगी। ऐसे में लीथियम केंद्र सरकार के साथ जम्मू कश्मीर सरकार का भी खाजाना भरेगा।
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