कौन हैं ताशी रबस्तान? जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय के बने 37वें चीफ जस्टिस, इन बड़े पदों पर दे चुके हैं सेवा
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय के 37वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति ताशी रबस्तान ने शपथ ली। उन्होंने 27 सितंबर को शपथ ली और पहली बार उच्च न्यायालय पहुंचे जहां उनका स्वागत किया गया। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। न्यायमूर्ति ताशी रबस्तान को सुप्रीम कोर्ट ने 17 सितंबर को इस पद पर नियुक्त करने की सिफारिश की थी।
जागरण संवाददाता, जम्मू। जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख उच्च न्यायालय के 37वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति ताशी रबस्तान ने पदभार संभाल लिया है। न्यायमूर्ति ताशी रबस्तान ने 27 सितंबर को जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की शपथ ली थी।
शपथ लेने के बाद पहली बार वे उच्च न्यायालय पहुंचे थे, जहां उनका स्वागत उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल शहजाद अजीम, मुख्य न्यायाधीश के प्रमुख सचिव एमके सचिव व अन्य न्यायिक अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित
मुख्य न्यायाधीश को उच्च न्यायालय के जम्मू विंग में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। गार्ड ऑफ ऑनर की परंपरा पुरानी है जो सम्मान और निष्ठा का प्रतीक है। न्यायमूर्ति ताशी रबस्तान को सुप्रीम कोर्ट ने 17 सितंबर को इस पद पर नियुक्त करने की सिफारिश की थी, जिसके बाद राष्ट्रपति ने इस संदर्भ में वारंट जारी किया।जम्मू-कश्मीर के पूर्व चीफ जस्टिस एन कोटिश्वर के सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त किए जाने के बाद जस्टिस ताशी को 16 जुलाई 2024 को जम्मू-कश्मीर का कार्यवाहक चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया था। जस्टिस ताशी का जन्म दस अप्रैल 1963 को लेह के वरसूदोपा गांव में हुआ था और जम्मू यूनिवर्सिटी से ला करने के बाद उन्होंने छह मार्च 1990 को वकालत शुरू की।
सात मार्च 2013 को उन्हें जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट का एडिशनल जज नियुक्त किया गया और 16 मई 2014 को उन्हें इस पद पर स्थायी किया गया। वह लद्दाख क्षेत्र से चीफ जस्टिस बनने वाले पहले व्यक्ति है। इससे पहले भी दिसंबर 2022 को उन्हें कुछ समय के लिए प्रदेश का कार्यवाहक चीफ जस्टिस बनाया गया था।
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