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'सरकार का गलत इस्तेमाल नहीं करेंगे', CM बनने के बाद पहली बार जम्मू पहुंचे उमर अब्दुल्ला बोले-जनता के लिए करेंगे काम

जम्मू-कश्मीर के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला आज पहली बार जम्मू पहुंचे। पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया की स्वतंत्रता पर बात की और कहा कि इस साल सियासत के अलावा कुछ नहीं किया। सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हम इस हुकूमत का गलत इस्तेमाल नहीं करेंगे और जम्मू-कश्मीर की जनता के लिए काम करेंगे।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Sat, 19 Oct 2024 07:52 PM (IST)
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आज जम्मू पहुंचे सीएम उमर अब्दुल्ला, पार्टी कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत।
राज्य ब्यूरो,  जम्मू। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को प्रदेश के हर वर्ग और हर क्षेत्र के एक समान चहुंमुखी विकास का यकीन दिलाते हुए कहा कि हम किसी के साथ क्षेत्र, भाषा और राजनीतिक विचाराधारा के आधार पर पक्षपात नहीं करेंगे।

राज्य के दर्जे और अनुच्छेद 370 की पुनर्बहाली की प्रति अपनी संकल्पबद्धता दोहराते हुए हए कहा कि जो हमसे छीना (अनुच्छेद 370 हटाने) गया है, उसे हम जरूर वापस लेंगे। उन्होंने भाजपा का नाम लिए बगैर कहा कि यहां एक दल विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए परिसीमन किया, लेकिन परिणाम सबने देख लिया है।

उमर ने शेर-ए-कश्मीर भवन में किया संबोधित

केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद पहली बार जम्मू पहुंचे उमर ने शेर-ए-कश्मीर भवन स्थित पार्टी मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इससे पूर्व जम्मू एयरपोर्ट पर उमर का नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। उमर ने कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर की जनता को यकीन दिलाता हूं कि यहां किसी से कोई पक्षपात नहीं होगा।

चुनाव का एलान होने से पहले ही यहां कुछ लोगों ने यह दुष्प्रचार शुरू कर दिया था कि नेकां सत्ता में आने पर जम्मू की उपेक्षा करेगी।

मैं पहले ही दिन से कहता आया हूं कि जम्मू के लोगों को भी साथ लेकर चलूंगा। हमने जम्मू से उपमुख्यमंत्री बनाकर भेदभाव की आशंका को दूर किया है। इससे उन लोगों को जवाब मिल गया होगा जो कहते हैं कि नेकां में सिर्फ खानदानी सियासत चलती है।

उपमुख्यमंत्री सुरेंद्र चौधरी का मुझसे या मेरे परिवार से कोई संबंध नही हैं। उनका कोई सगा संबंधी भी पहले कभी नेकां का नेता नहीं रहा है। उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाना मेरे लिए मजबूरी नहीं थी। मेरा मकसद इतना है कि जम्मू के लोगों को सरकार में कश्मीर के बराबर भागीदारी मिले। मुख्यमंत्री अगर कश्मीर का है तो उपमुख्यमंत्री जम्मू से। जो लोग नेकां को कश्मीरियों और मुस्लिमों की पार्टी बताते हैं, उन्हें जवाब मिल गया होगा।

चुनाव जीतना आसान था, लेकिन असली परीक्षा तो अब

उमर ने परिसीमन का उल्लेख करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक दल विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया।

उक्त पार्टी को जिताने के लिए आरक्षण का सहारा लिया, लेकिन परिणाम सामने है। जिस पार्टी को जिताने के लिए यह सब किया, वह विफल रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतना आसान था, लेकिन असली परीक्षा तो अब है। हमें लोगों की समस्याओं को दूर करते हुए प्रशासन व जनता के बीच की दूरी को कम करना है।

आठ वर्ष के दौरान नेकां को मिटाने का हर संभव षड्यंत्र किया। हमारी सरकार वोट बैंक देखकर नहीं बल्कि सभी को एकजुट बनाए रखने के लिए काम करेगी। पंचायतों और जिला विकास परिषदों के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे संबंधित कामकाज व जनसमस्याओं का आकलन करें।

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