लद्दाख में नजर आई दुनिया की सबसे क्रोधित 'पलास बिल्ली', फुर्ती ऐसी सेकंडों में कर दे शिकार का खात्मा
लद्दाख की चट्टानों में पलास बिल्ली (Palas Cat in Ladakh) को देखा गया। इस बिल्ली की खासियत है कि यह चंद सेकंडों में अपने शिकार का खात्म कर देती है। इसे लंबे और घने हल्के भूरे बालों वाली इस छोटी जंगली बिल्ली को मैनुल नाम से भी जाना जाता है। सन् 1774 में इसे पहली बार बैकाल झील के पास देखा गया था।
एएनआई, जम्मू। Pallas Cat in Ladakh: लद्दाख के हानले गांव में चट्टानों के बीच आई दुनिया की सबसे क्रोधी बिल्ली नजर आई है। लंबे और घने हल्के भूरे बालों वाली इस छोटी जंगली बिल्ली को मैनुल नाम से भी जाना जाता है। इसे बहुत तेज शिकारी माना जाता है।
1774 में मिलता है पलास का वर्णन
इनकी संख्या में गिरावट के कारण साल 2020 में आइयूसीएन ने रेड लिस्ट में शामिल किया था। पलास बिल्ली का वर्णन सबसे पहले सन् 1774 में जीव विशेषज्ञ पीटर साइमन पलास ने किया था। जिन्होंने इसे बैकाल झील के आसपास देखा था।
कैसी दिखती हैं ये बिल्लियां
जानकारी के अनुसार पल्लास की बिल्लियों का घरेलू बिल्लियों के तरह मोटी, लंबी फर, सपाट चेहरे और गठीला शरीर होता है। उनके गोल कान उनके सिर पर नीचे की ओर लगे होते हैं, ताकि वे अपने कानों को छिपाकर चट्टानों के ऊपर से झाँक सकें।उनके कोट का रंग भूरे से भूरे से लेकर लगभग नारंगी-लाल तक होता है, जो कभी-कभी मौसम के साथ बदलता रहता है ताकि उन्हें परिदृश्य में घुलने-मिलने में मदद मिल सके। उनमें गहरे रंग की धारियाँ हो सकती हैं, खासकर उनकी पूंछ पर। उनके कई बालों की नोकें सफेद हैं, जो उनके कोट को लगभग फ्रॉस्टेड लुक देती हैं।
इनके आकार की बात करें तो ये बिल्लियां छोटी, गठीली घरेलू बिल्लियों के आकार की होती हैं। वे लगभग 20 से 24 इंच लंबे और 8 से 10 इंच लंबी पूंछ वाले होते हैं। इनके वजन की बात करें तो इनका वजन 4 से 11 पाउंड के बीच होता है।
यह भी पढ़ें- Terrorist Encounter: कुपवाड़ा में सेना ने नाकाम की घुसपैठ की कोशिश, LoC पार कर रहे दो आतंकी ढेर
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।