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Kathua News: आतंकी मददगारों का बड़ा नेटवर्क ध्वस्त, मुख्य सरगना समेत नौ मददगार गिरफ्तार

सुरक्षाबलों ने जम्मू संभाग में आतंकियों के एक बड़े नेटवर्क को ध्वस्त किया है। घुसपैठ से लेकर शरण देने का काम करने वाले नौ मददगारों को गिरफ्तार किया है ये आतंकियों के लिए घुसपैठ से लेकर शरण देने का बंदोबस्त करते थे। पाकिस्तान में हैंडलरों से लगातार संपर्क में थे। आतंकी हमलों की जांच के दौरान 50 लोगों को हिरासत में लिया है इनकी पृष्ठभूमि की पड़ताल हो रही है।

By Jagran News Edited By: Deepak Saxena Updated: Tue, 13 Aug 2024 12:42 AM (IST)
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आतंकी मददगारों का बड़ा नेटवर्क ध्वस्त (फाइल फोटो)।
जागरण संवाददाता, कठुआ। सीमा पार पाकिस्तान से जम्मू संभाग में घुसपैठ करने वाले आतंकियों के लिए सुरक्षित ठिकाने मुहैया करवाने से लेकर खाने तक सभी बंदोबस्त करने वाले आतंकियों के एक बड़े नेटवर्क को पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों ने ध्वस्त कर दिया है। इस नेटवर्क के मुख्य सरगना मोहम्मद लतीफ सहित नौ आतंकी मददगारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये सभी सीमावर्ती कठुआ जिला के रहने वाले हैं।

मददगारों को होती घुसपैठ की पूरी जानकारी

ये आतंकी मददगार तीन जिलों कठुआ, ऊधमपुर और डोडा में सक्रिय थे और पाकिस्तान में अपने हैंडलरों के भी लगातार संपर्क में थे। इन मददगारों को पूरी जानकारी होती थी कि कब और कहां से घुसपैठ होने वाली है। भारतीय क्षेत्र में दाखिल होने के बाद आतंकियों को सुरक्षाबलों की नजरों से बचाकर पहाड़ों पर बनाए गए ठिकानों तक ले जाने की जिम्मेदारी इन्हीं की होती थी। ये मददगार आतंकियों को सुरक्षाबलों के बारे में भी तमाम जानकारी उपलब्ध करवाते थे।

ऊधमपुर होते हुए डोडा पहुंचे थे आतंकी

ये सभी कई वर्षों से यह काम कर रहे थे। पिछले करीब दो महीने में आतंकियों ने जम्मू संभाग को निशाना बनाते हुए एक के बाद एक कई बड़े हमले किए। इसी बीच, डोडा जिले में एक मुठभेड़ में तीन पाकिस्तानी आतंकी मारे गए। इससे साफ था कि आतंकी कठुआ या सांबा सीमा से घुसपैठ कर ऊधमपुर होते हुए डोडा जिला के पहाड़ों तक पहुंचे हैं। ऐसे में बिना स्थानीय मदद के आतंकियों का डोडा पहुंचना संभव नहीं था।

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50 लोगों के बैकग्राउंड की हो रही जांच

इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सबसे पहले आतंकियों के मददगारों की तलाश शुरू की। करीब 50 ऐसे लोगों को हिरासत में लिया गया, जिन्होंने पैसे लेकर आतंकियों को खाना मुहैया करवाने से लेकर उनके ठहरने तक का बंदोबस्त किया था। इन सभी से पूछताछ के आधार पर सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस आतंकियों के मुख्य नेटवर्क तक पहुंचीं और एक-एक कर दबिश देकर नौ मददगारों को गिरफ्तार किया। पुलिस हिरासत में लिए गए 50 लोगों की पृष्ठभूमि की भी जांच कर रही है।

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