ऊधमपुर-कठुआ सीट पर कांग्रेस को मजबूत उम्मीदवार की तलाश, भाजपा के जितेंद्र सिंह से ये दिग्गज नेता कर सकता है मुकाबला
ऊधमपुर-कठुआ सीट (Udhampur Kathua seat) को जम्मू-कश्मीर की सबसे हाइप्रोफाइल सीट मानी जाती है। भाजपा ने इस सीट से पिछले बार की तरह ही जितेंद्र सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस को अभी तक इस सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं मिल पाया है। कहा जा रहा है कि पूर्व कांग्रेस नेता लाल सिंह पर ही कांग्रेस दाव लगा सकती है क्योंकि वह दो बार सांसद रह चुके हैं।
जागरण संवाददाता, कठुआ। पिछले दो दशक से हाइप्रोफाइल सीट बन चुकी ऊधमपुर संसदीय सीट (Udhampur Kathua seat) पर प्रभावशाली उम्मीदवार डा. जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) को टक्कर देने के लिए कांग्रेस मजबूत उम्मीदवार की तलाश में है। सूत्रों के अनुसार इस समय जितेंद्र सिंह को चुनावी मैदान में घेरने के लिए चौधरी लाल सिंह ( Chaudhary Lal Singh) ही मजबूत उम्मीदवार दिख रहे हैं।
लगातार दो बार कांग्रेस की टिकट पर रह चुके सांसद
ऐसा इसलिए कि गत दो चुनाव वर्ष 2004 और 2009 में लाल सिंह लगातार दो बार कांग्रेस (Congress) की टिकट पर चुनाव लड़कर संसद में पहुंच चुके हैं, लेकिन बिडंवना यह है कि लाल सिंह इस समय कांग्रेस में न होकर अपनी पार्टी डोगरा स्वाभिमान संगठन चला रहे हैं। लाल सिंह ने कठुआ मामले में स्पष्ट रुख अपनाते हुए अपना मंत्री पद तक त्याग दिया था।
लाल सिंह भाजपा के कोटे से भी बन चुके मंत्री
उस समय लाल सिंह भाजपा के कोटे से जम्मू कश्मीर में वन मंत्री थे, लेकिन कठुआ मामला इतना चर्चित हो गया कि उन्हें अन्य दो मंत्रियों चंद्र प्रकाश गंगा के साथ त्यागपत्र देना पड़ा था। उस समय केंद्र में भाजपा ने जम्मू कश्मीर में पीडीपी (PDP) से गठजोड़ कर पीडीपी को मुख्यमंत्री का पद सौंपा था और जहां जम्मू संभाग में डा. निर्मल सिंह को डिप्टी सीएम का पद सौंपा था।यह भी पढ़ें: Srinagar News: पीडीपी से सियासी टकराव में नेशनल कॉन्फ्रेंस को हो सकता नुकसान, जानिए कैसे तीन सीटें दे सकती है BJP को फायदा
दो बार मुफ्ती मोहम्मद सरकार में रह चुके मंत्री
लाल सिंह के उस समय सीधे और स्पष्ट रूप से दोषी को सजा देने के लिए घोषणा कर चुके थे लेकिन राजनीति का ऊंट कब किस करवट में बदल जाए कुछ नहीं कहा जा सकता। कुछ ऐसा ही लग रहा है।इस बार लाल सिंह जिसने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस से ही की थी, कांग्रेस पार्टी ने उसे दो बार सांसद का टिकट दिया और उससे पहले दो बार मुफ्ती मोहम्मद सरकार में स्वास्थ्य मंत्री व वन मंत्री रह चुके हैं।
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