Handloom Industry: कौशल क्षमता बढ़ाने के लिए हस्तशिल्प कारीगर होंगे प्रशिक्षित,अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा
Handloom Industry केंद्रीय रेल एवं कपड़ा राज्यमंत्री दर्शना जरदोश ने उत्पादन से वितरण तक संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र के विकास का आह्वान करते हुए इस बात पर जोर दिया कि सरकार को आत्मनिर्भर भारत बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में इससे मदद मिलेगी।
By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Fri, 28 Apr 2023 01:42 PM (IST)
कठुआ,जागरण संवाददाता। केन्द्रीय रेल एवं कपड़ा राज्य मंत्री दर्शना जरदोश ने हस्तशिल्प एवं हथकरघा उद्योग से जुड़े कारीगरों के कौशल व क्षमताओं को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षित करने पर जोर दिया। वे वीरवार को पब्लिक आउटरीच कार्यक्रम के तहत दूसरे दिन जिले में हथकरघा और हस्तशिल्प विभाग के सामने आने वाले मुद्दों की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को बाजार लिंकेज और ई-कॉमर्स प्लेटफार्म के अलावा मूल्यवर्धन और कारीगरों के प्रशिक्षण पर ध्यान देने के महत्व पर जोर दिया।
केंद्रीय रेल एवं कपड़ा राज्यमंत्री दर्शना जरदोश ने उत्पादन से वितरण तक संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र के विकास का आह्वान करते हुए इस बात पर जोर दिया कि सरकार को आत्मनिर्भर भारत बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में इससे मदद मिलेगी। उन्होंने हथकरघा और हस्तशिल्प विभाग से कारीगरों को उनके कौशल और क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण और संसाधन प्रदान करके लक्ष्य की दिशा में काम करने का आह्वान किया। जरदोश ने रेलवे स्टेशनों पर ओडीओपी (वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट) स्टॉल स्थापित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया, जो न केवल कारीगरों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा, बल्कि स्थानीय हस्तशिल्प और हथकरघा को बढ़ावा देने में भी मदद करेगा।
अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा
दर्शना जरदोश ने जोर देकर कहा कि इससे न केवल कारीगरों को लाभ होगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने उपहार पैकेजिंग में कारीगरों के प्रशिक्षण का आह्वान किया, जिससे वे अपने उत्पादों के लिए आकर्षक पैकेजिंग प्रदान करने में सक्षम हो सकें और इस प्रकार उनकी विपणन क्षमता में वृद्धि हो सके। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण से न केवल कारीगरों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी, बल्कि मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी। केंद्रीय राज्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि हथकरघा और हस्तशिल्प विभाग सरकार के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक उपाय करेगा।कारीगरों को दिया आश्वासन
उन्होंने आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में उनके प्रयासों में सरकार के निरंतर समर्थन के कारीगरों को आश्वासन दिया। क्षेत्र में कपड़ा को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय और केंद्र शासित प्रदेश स्तर की एजेंसियों के बीच तालमेल लाने की आवश्यकता पर चर्चा करते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री ने ठोस प्रयास करने का आह्वान किया, ताकि स्थानीय कलाकृतियों के निर्यात को बढ़ावा देने के अलावा समग्र परिणामों में सुधार किया जा सके। इससे पहले मंत्री ने पश्मीना, बसोहली पेंटिंग और अन्य शिल्प कारीगरों के साथ बातचीत की, जिन्होंने जिले में कौशल विकास प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।