Kathua Encounter: आतंकी हमले के पाचंवें दिन भी जारी सेना का तलाशी अभियान, उधमपुर और डोडा की सीमाओं पर जवानों का कड़ा पहरा
Kathua Encounter News बीते सोमवार को कठुआ में सेना के काफिले पर आतंकी हमला हुआ। इस हमले में पांच जवान बलिदान हो गए थे। जबकि इतने ही जवान घायल हुए थे। हमले के बाद से ही सेना चप्पे-चप्पे पर आतंकियों की तलाश में जुटी है। पहाड़ों से लेकर जंगलों में सेना और पुलिस के जवान सर्च अभियान चला रहे हैं।
जागरण संवाददाता, कठुआ। बदनोता में सेना के काफिले पर घात लगाकर हमला करने वाले आतंकियों को ढूंढने के लिए पांचवें दिन शुक्रवार भी सुरक्षाबलों का बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी रहा।
इसमें सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान का दायरा अब घटनास्थल से कई किलोमीटर दूर तक बढ़ाते हुए पूरे क्षेत्र में चारों ओर से घेराबंदी कर रखी है।
वर्षा के बावजूद तलाशी अभियान में शामिल जवान हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं,जमीन से लकर हवा में भी जवान ड्रोन के जरिए आतंकियों को ढूंढने में लगे हैं।उधर, उधमपुर और डोडा के साथ लगती सीमाओं से भी सुरक्षाबलों ने अभियान को जारी रखा है।
गांवों के लोगों से की जा रही पूछताछ
पूरा तरह से जंगल और पहाड़ी क्षेत्र होने के बावजूद तलाशी अभियान में जवान डटे हुए हैं। इसके साथ ही घटनास्थल के आसपास के कुछ गांवों से भी लोगों से पूछताछ की जा रही है।
गौर है कि अभी तक सुरक्षा बलों ने 60 से ज्यादा स्थानीय लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है और अभी भी जैसे जैसे तलाशी अभियान आगे बढ़ रहा है। वहां के लाेगों से भी पूछताछ की जा रही है, पूरे क्षेत्र में नाकेबंदी कर वहां से गुजरने वाले हर किसी पर नजर रखी जा रही है।
अभी तक हमले में घटनास्थल पर एक टिप्पर चालक और एक महिला को भी 15 लोगों का खाना तैयार करने पर हिरासत में लेकर भी पूछताछ की जा चुकी है। इसके के अलावा एक दूसरे गांव के व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया है,उससे भी गहन पूछताछ हो रही है।
आतंकी हमले में पांच जवान हुए थे बलिदान
बता दें कि उक्त क्षेत्र में आतंकियों की सबसे बड़ी वारदात थी, जिसमें सेना के पांच जवान बलिदान हुए और पांच गंभीर रूप से घायल।
उधर, जारी तलाशी अभियान के बीच शुक्रवार को बिलावर के ही रामकोट में स्थानीय दो लोगों द्वारा संदिग्ध गतिविधि देखे जाने के बाद रामकोट पुलिस सहित सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर दो घंटे तलाशी अभियान चलाया, लेकिन वहां कुछ भी नहीं मिला।
इसके बाद तलाशी अभियान बंद कर दिया गया। इधर, जिला की अंतरराष्ट्रीय सीमा से लेकर हाइवे तक जारी हाई अलर्ट के बीच सुरक्षा कड़ी की गई है।
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