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Kathua Encounter: एयरलिफ्ट कर बिलावर अस्पताल लाए गए बलिदानियों के शव, जवानों का हुआ पोस्टमार्टम

बीते सोमवार जम्मू संभाग के कठुआ से करीब सौ किलोमीटर दूर आतंकी हमला हुआ। इस हमले में पांच जवान बलिदान हो गए। जबकि कई जवान घायल हो गए। आज बलिदानियों का शव बिलावर अस्पताल लाया गया जहां उनका पोस्टमार्टम हुआ। वहीं आठ घायल सैनिकों को बिलावर अस्पताल लाया गया है इनमें छह जवानों को पठानकोट रेफर कर दिया गया है।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Tue, 09 Jul 2024 02:33 PM (IST)
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Jammu Kashmir News: बलिदानी जवानों की फोटो (जागरण न्यूज)

एएनआई, कठुआ। सोमवार को कठुआ में हुए आतंकी हमले में बलिदान हुए सेना के पांच जवानों का पोस्टमार्टम जम्मू और कश्मीर के बिलावर उप जिला अस्पताल में किया गया है।

इससे पहले भारतीय सेना ने कठुआ जिले के माचेडी इलाके में बलिदानियों के शव हवाई मार्ग से पहुंचाए। बिलावर के अतिरिक्त उपायुक्त विनय खोसला ने प्रेसकर्मियों को बताया कि आठ घायल सैनिकों को बिलावर अस्पताल लाया गया।

छह जवानों को पठानकोट किया गया रेफर

उन्होंने कहा कि कल एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई जिसमें पांच जवान मारे गए। इसके लिए जिम्मेदार आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

आठ घायल सैनिकों को बिलावर अस्पताल लाया गया। जिनमें से सेना ने छह जवानों को यहां सर्वोत्तम संभव उपचार प्रदान करने के बाद पठानकोट अस्पताल में रेफर कर दिया है।

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हाईअलर्ट पर सुरक्षाबल

खोसला ने कहा कि मृत सैनिकों का पोस्टमार्टम किया गया है। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं। इस तरह के हमलों से लोगों में पैदा होने वाली दहशत पर किए गए सवाल का जवाब देते हुए खोसला ने कहा कि हमारे फील्ड अधिकारी दौरे कर रहे हैं और लोगों के बीच विश्वास बहाली के उपाय करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

सेना के पांच जवान हुए थे बलिदान

उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि भविष्य में इस तरह के हमले न हों। आठ जुलाई को जम्मू-कश्मीर के काथा जिले में आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में सेना के पांच जवान मारे गए थे। इस बीच, हमले के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

हमले के बाद, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को उधमपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग (NH44) पर तैनात किया गया है।

यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि अमरनाथ यात्रा के 11वें जत्थे के तीर्थयात्री मंगलवार सुबह उधमपुर से गुजरे। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बलों ने बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

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