29 साल बाद उर्मिला के आंगन में जले खुशियों के दीप, पाक जेल से रिहा होकर लौट रहा पति, बोली- दुल्हन की तरह सजूंगी
कुलदीप को अपने बेटे अमित के साथ लेने अमृतसर पहुंची उनकी साली रुकमणी के चेहरे पर खुशी देखते ही बनी। रुकमणी ने वहीं से अपनी बड़ी बहन उर्मिला को फोन कर उसके सुहाग के सकुशल लौटने की जानकारी दी।
By Vikas AbrolEdited By: Updated: Wed, 22 Dec 2021 02:05 PM (IST)
राकेश शर्मा, कठुआ : तुम यहां नहीं थे, फिर भी लगा कि तुम हो...यहीं हो...यहीं हो...यहीं हो। ईश्वर में आस्था और अपने प्यार पर विश्वास ही था कि उर्मिला के आंगन में 29 साल बाद उसकी प्रार्थनाएं रंग लाई और अब उसके आंगन में खुशियों के दीप जगमगा रहे हैं। उनके पति कुलदीप सिंह पाकिस्तान की जेल में यातनाएं और प्रताडऩा झेलने के बावजूद सकुशल भारत लौट आए हैं। दो-तीन दिन में तमाम औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उनके घर लौटने की उम्मीद है।
कठुआ जिला की बिलावर तहसील के गांव चिंजी मकवाल के रहने वाले कुलदीप अमृतसर स्थित बाघा बार्डर के रास्ते आए हैं। उनके घर पहुंचने से पूर्व ही उनके घर पर अभी से उत्सव जैसा माहौल है। 50 वर्षीय उर्मिला की खुशी का आलम यह है कि वह दुल्हन की तरह संजने की तैयारी कर रही है। 53 वर्षीय कुलदीप गलती से सीमा पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए थे, जहां उन्हें पकड़कर जासूसी के आरोप में बंद कर लिया गया। उस समय कुलदीप की उम्र 24 वर्ष और उर्मिला की महज 21 वर्ष थी। तब उनका बेटा सिर्फ तीन माह का था। अब वह 29 वर्ष का हो गया है।
कुलदीप को अपने बेटे अमित के साथ लेने अमृतसर पहुंची उनकी साली रुकमणी के चेहरे पर खुशी देखते ही बनी। रुकमणी ने वहीं से अपनी बड़ी बहन उर्मिला को फोन कर उसके सुहाग के सकुशल लौटने की जानकारी दी। इधर, उर्मिला इतनी खुश हुई कि उसने दुल्हन जैसे कपड़े पहन लिए और दरवाजे पर नजर गढ़ा दी। हालांकि अभी कुलदीप की घर वापसी कब होगी, यह स्वजन को भी मालूम नहीं है, लेकिन उनके दिल में अब सुकून है।
कुलदीप सिंह का मेडिकल कराने के बाद अगली औपचारिकताएं पूरी करने के लिए उन्हें पंजाब स्थित अमृतसर में ही रेडक्रास कार्यालय में ले जाया गया है। उसके बाद सभी जांच पड़ताल पूरी होने के बाद उन्हें घर जाने की अनुमति दी जाएगी।
सजा 25 साल की, वतन लौटने में लगे 29 साल :कुलदीप सिंह को वर्ष 1992 में गलती से सीमा पार चले जाने पर पाकिस्तान की सरकार ने उन्हें 25 साल की सजा सुनाई थी। उसके पहले तीन साल तक प्रताड़ना का दौर चला और पूछताछ के नाम पर टार्चर किया गया। सजा पूरी होने के बाद भी वतन लौटाने के लिए औपचारिकताएं पूरी करने में पाकिस्तान ने एक साल लगा दिए। इसी वर्ष पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त ने उनकी रिहाई के लिए गत 17 जनवरी को हस्ताक्षर किए थे, जिसकी एक साल की अवधि 16 मार्च 2022 में पूरी होनी थी। उससे पहले रिहाई हो गई।
उम्मीद थी एकदिन पति लौटेंगे - उर्मिला कुलदीप की पत्मेनी उर्मिला अभी भी कहती हैं कि उसके पति बेकसूर थे, इसलिए मुझे भगवान पर पूरा भरोसा था कि वह एक दिन सकुशल घर लोटेंगे। मैंने 29 साल इंतजार किया है। जब भी कोई कैदी पाकिस्तानी जेल से छूटकर आता था तो मेरा ईश्वर पर विश्वास और प्रबल हो जाता।'
'मुझे पाकिस्तान की कई जेलों में रखा गया। वहां बुरी तरह से प्रताडि़त किया गया। अब वतन आकर आजाद महसूस कर रहा हूं। परिवार से मिलने को तरसा हूं। जीवन के शेष साल परिवार के साथ ही रहूंगा।'-कुलदीप सिंह, (भारत लौटने के बाद)
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