Poonch Terrorist Attack: वायुसेना के काफिले पर हमला करने वाले आतंकियों की सामने आई पहली CCTV फुटेज
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में बीते सप्ताह वायु सेना के काफिले पर हमला करने वाले आतंकियों की पहली सीसीटीवी फुटेज ((Poonch Terrorist Attack First CCTV Footage News) सामने आई है। तीनों आतंकवादियों की पहचान पाकिस्तानी सेना के पूर्व कमांडो इलियास हदून के नाम से जाना जाने वाला पाकिस्तानी आतंकवादी और प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा कमांडर के कोड नाम अबू हमजा के रूप में की गई है।
जागरण संवाददाता, पुंछ। (Poonch Terrorist Attack First CCTV Footage News) पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर के पुंछ में वायु सेना के काफिले पर हमले में शामिल तीन आतंकवादियों का सीसीटीवी फुटेज जारी किया गया है। जिसमें कॉर्पोरल विक्की पहरे की मौत हो गई थी और उनके चार सहयोगी घायल हो गए थे।
हमले में आतंकियों ने आधुनिक हथियारों का किया था इस्तेमाल
कथित तौर पर तीनों ने हमले में उच्च शक्ति वाली असॉल्ट राइफलें, यूएसए निर्मित एम4 और रूस निर्मित एके-47 का इस्तेमाल किया, जो इस क्षेत्र में साल का पहला बड़ा हमला था, जहां पिछले साल आतंकवादियों ने सैन्य ठिकानों पर कई सैनिकों को मार डाला था।
लश्कर-ए-तैयबा कमांडर अबू हमजा भी शामिल
तीनों आतंकवादियों की पहचान पाकिस्तानी सेना के पूर्व कमांडो इलियास, हदून के नाम से जाना जाने वाला पाकिस्तानी आतंकवादी और प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) कमांडर के कोड नाम अबू हमजा (Abu Hamza) के रूप में की गई है।सूचना देने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने की हुई थी घोषणा
जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक स्केच के अनुसार, हमज़ा को मध्यम कद और गोरे रंग का 30-32 वर्षीय व्यक्ति बताया गया है, जिसके बाल कटे हुए हैं। आखिरी बार उसे भूरे रंग के शॉल और नारंगी रंग के बैग के साथ पठानी सूट पहने देखा गया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने की पेशकश की गई है।
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पिछले कुछ हफ्तों में पुंछ और राजौरी क्षेत्रों में कई आतंकवादी हमलों के बाद 4 मई को भारतीय वायु सेना के काफिले पर हमला किया गया था। एक हमले में - राजौरी के शादरा शरीफ इलाके में - एक 40 वर्षीय व्यक्ति, एक सरकारी कर्मचारी, की एक मस्जिद के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई।
40 वर्षीय व्यक्ति, मोहम्मद रजाक, समाज कल्याण विभाग में काम करता था और उसके हमलावरों ने अमेरिका निर्मित एम4 असॉल्ट राइफल और एक पिस्तौल का इस्तेमाल किया था। हमले के दौरान उनका भाई, प्रादेशिक सेना का जवान, उनके साथ था।एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों ने उनका अपहरण करने की कोशिश की लेकिन वह भागने में सफल रहे। सुरक्षा अधिकारियों ने संकेत दिया कि हमले के पीछे अबू हमजा नाम के आतंकवादी का हाथ था।
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