Kathua News: महज एक घंटे की बारिश में ही सड़कें बन गईं तालाब, पांच सालों में फूंके जा चुके करोड़ों रुपये
जम्मू-कश्मीर के कठुआ (WaterLogging in Kathua) में शुक्रवार को हुई एक घंटे की बारिश ने ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल कर रख दी। एक घंटे की बारिश में ही शहर और हाईवे पर जलभराव हो गया। जलभराव की समस्या के समाधान के लिए पिछले पांच सालों में करोड़ों खर्च भी किए गए हैं फिर भी समस्या जस की तस बनी हुई है।
जागरण संवाददाता, कठुआ। एक सप्ताह के बाद शुक्रवार को क्षेत्र में सिर्फ एक घंटा ही जोरदार वर्षा हुई और शहर व हाईवे पर जलभराव हो गया। शहर का कोर्ट रोड ने तलाब का रूप धारण कर लिया। कॉलेज रोड पर भी डीसी कार्यालय के समीप और एसएसपी कार्यालय के पास वर्षा का पानी नालियों में बहने की बजाय मार्ग पर बह रहा था।
उधर, लखनपुर स्थित हाईवे पर पानी की उचित निकासी न होने से पानी सड़कों पर बहता देखा गया। हालांकि इसका मुख्य कारण करोड़ों रुपये खर्च कर बनाए गए ड्रेनेज में पानी की निकासी नहीं होना है, जिससे प्रत्येक वर्षा के दौरान शहर की सड़कें और गलियां जलभराव की स्थिति में आ जाती हैं। ऐसे हालात में राहगीरों और शहरवासियों को गुजरने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
समाधान के प्रयासों की खुल रही पोल
बरसात से पूर्व प्रशासन के बाढ़ प्रबंधों की पोल खोलते जगह-जगह जलभराव के आगे भी समाधान के लिए प्रयास होते नहीं दिख रहे हैं। स्थानीय निवासी जतिन डोगरा ने आरोप लगाया कि जब ऐसी छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन के पास संसाधन और समय रहता है तो फिर इसके समाधान के लिए प्रयास न करना अधिकारियों का उदासीन रवैया है। इस तरह की लापरवाही कई बार शहर में भारी भी पड़ सकती है और कुछ साल पहले ऐसा हो भी चुका है।ये भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में खाई में गिरा यात्रियों से भरा वाहन, बच्ची समेत दो की मौत; 6 गंभीर रूप से घायल
पांच सालों में करोड़ों रुपये हो चुके खर्च
शहर में कहीं भी वर्षा तो दूर रूटीन के बहने वाले व्यर्थ पानी के लिए भी उचित प्रबंध नहीं है। अक्सर मुख्य मार्गों पर पानी बहता दिखता है। कोर्ट रोड पर इस समस्या के समाधान के लिए पिछले पांच सालों में करोड़ों खर्च भी किए गए हैं, लेकिन समाधान होता नहीं दिखता है, जिससे लोग परेशानियां झेलने को मजबूर हैं।बारिश में कई स्थानों पर हो जाता है जलभराव
उधर, हाईवे पर लखनपुर में मुख्य द्वार से लेकर हटली मोड़ और कालीबड़ी तक मार्ग पर भी कई स्थानों पर वर्षा के बाद जलभराव हो जाता है,इसमें कई स्थानों पर गड्ढे होने के कारण दुर्घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है। ऐसे में करोड़ों खर्च कर साइडों में बनाई गई ड्रेनेज कोई काम की नहीं रह जाती है।ये भी पढ़ें: Kathua Encounter: आतंकी हमले के पाचंवें दिन भी जारी सेना का तलाशी अभियान, उधमपुर और डोडा की सीमाओं पर जवानों का कड़ा पहरा
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।