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नौ साल से ठप सेवा-3 बिजली परियोजना शुरू होने की उम्मीद

संवाद सहयोगी बसोहली पूरे प्रदेश समेत कठुआ जिले में भी बिजली की कमी चल रही है। लोग अघोषित

By JagranEdited By: Updated: Wed, 01 Jun 2022 07:24 AM (IST)
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नौ साल से ठप सेवा-3 बिजली परियोजना शुरू होने की उम्मीद

संवाद सहयोगी, बसोहली : पूरे प्रदेश समेत कठुआ जिले में भी बिजली की कमी चल रही है। लोग अघोषित की मार झेल रहे हैं। लोगों को बिजली की कमी के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, पिछले 9 साल से बंद पड़े सेवा बिजली परियोजना चरण 3 का काम फिर शुरू करने की तैयारी है। परियोजना पूरी होती है, तो लोगों को काफी राहत मिलेगी। सेवा परियोजना का यह काम शुरू करवाने को लेकर जनवरी में जिला विकास परिषद अध्यक्ष कर्नल महान सिंह भी एमडी से मिले थे। सेवा 3 चरण को फिर से शुरू करने को लेकर एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर सिविल जनकार, चीफ इंजीनियर इलेक्ट्रिकल सुनील गुप्ता, एग्जिक्यूटिव इंजीनियर अब्दुल रशीद राथर, एईई सिविल एवं एईई जेकेएसपीडीसी आर के डबगोत्रा आदि ने स्थल का निरीक्षण किया। जेपीडीसीएल एमडी ने विशेष टीम को बसोहली के माश्का गांव में परियोजना स्थल पर भेजा। टीम ने यहां नहर, प्राजेक्ट का दौरा कर विस्तृत रिपोर्ट बनाई, ताकि इसको फिर से शुरू करने को लेकर कार्रवाई की जा सके। खराब पड़े कलपुर्जो को नए सिरे से लगाना पड़ेगा। टरबाइन में पुर्जो की मरम्मत की जरूरत होगी। इसको लेकर रिपोर्ट बनाई गई। इसके बाद सभी मशीनों एवं सामान की जांच शुरू होगी और हर रोज रिपोर्ट को एमडी को भेजना है। वर्ष 2013 में भारी बारिश से हर में भूस्खलन से बंद हो गया था काम

वर्ष 2013 में हुई भारी बारिश के दौरान सेवा-3 की नहर भूस्खलन की चपेट में आ गई थी। इससे बिजली का उत्पादन ठप होकर रह गया था। तब से ही यह बंद पड़ा है।

परियोजना बंद होने से नुकसान

सेवा परियोजना के बंद होने से बिजली के जेकेएसपीडीसी को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। हर घंटे लगभग 72 हजार रुपये की बिजली का उत्पादन होता था जो बसोहली और बनी क्षेत्र को मिलती थी। बाद में महानपुर ग्रिड में लाइन के जुड़ जाने से बिलावर को भी मिलती रही। पिछले 9 साल पर अगर नजर डाली जाए तो केवल नहर का सिविल काम पूरा हो पाया। मशीनों को बदलने और 9 मेगावाट पूरी बिजली का उत्पादन करने के प्रति कार्रवाई अब आने वाले समय में शुरू होगी। टीम से मिले ग्रामीण

माश्का गांव के निवासियों का एक शिष्टमंडल सेवा-3 चरण का मुआयना करने आई टीम से मिला और बताया कि सेवा की नहर लोगों के लिए मुश्किलों का सबब बनी हुई है। अभी तक आधा दर्जन लोग इसमें डूब कर मर चुके हैं और माल मवेशियों की कोई गिनती नहीं है। स्थानीय निवासियों का हर वर्ष नुकसान होता है। न तो बिजली बनी और न ही लोगों को कोई लाभ मिला। इसका भी समाधान किया जाना चाहिए।

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