पंजाब के जितेंद्र सिंह के नाम रही बनी की बड़ी माली
सबसे बड़ी एक लाख की माली के लिए पंजाब के कमलजीत और पंजाब के ही जितेंद्र सिंह के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। कड़े मुकाबले में आखिरकार जितेंद्र ने इस वर्ष की सबसे माली पर कब्जा कर लिया।
By JagranEdited By: Updated: Tue, 28 Jun 2022 08:30 AM (IST)
संवाद सहयोगी, बनी : बनी में तीन दिन से चल रहा दंगल मेला सोमवार देर शाम कसे संपन्न हो गया। मेले में जम्मू कश्मीर के अलावा हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और बिहार के भी बड़े-बड़े नामी पहलवानों ने भाग लिया। सबसे बड़ी एक लाख की माली के लिए पंजाब के कमलजीत और पंजाब के ही जितेंद्र सिंह के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। कड़े मुकाबले में आखिरकार जितेंद्र ने इस वर्ष की सबसे माली पर कब्जा कर लिया।
बड़ी माली के लिए मुकाबला देर शाम आठ बजे तब भी जारी रहा। अंधेरा होने लगा। स्ट्रीट लाइट की रोशनी में ही दंगल चलता रहा। मुकाबला इतना रोमांचक था कि दर्शक भी जमे हुए थे। कोई नतीजा सामने नहीं आता देख कमेटी के सदस्य ने 10 मिनट का समय दिया और घोषणा की कि अगर इस 10 मिनट में कोई फैसला नहीं हुआ तो किसी पहलवान को कोई पैसा नहीं मिलेगा। उसके बाद दोनों पहलवान ने दमखम दिखाया और आखिर जितेंद्र सिंह की जीत हुई। इससे पूर्व सबसे पहले मेला कमेटी के सदस्य पीर बाबा के मजार पर गए मत्था टेका और उसके बाद कुश्ती का दौर शुरू हुआ। सोमवार को कुल 50 के करीब बड़ी कुश्तियां करवाई गई, जिनमें चार मालियां रखी गई थी। छोटी माली 21 हजार की थी। इस पर काका पठानकोट ने रोबिन रोथख को चित कर कब्जा जमा लिया। उससे बड़ी माली 31 हजार की थी, जिस पर राकेश कुमार बिलावर और राजकुमार दिल्ली मुकाबला हुआ। राकेश कुमार ने माली जीत ली। फिर 51 की बड़ी माली पर रिकू होशियारपुर और पप्पू के बीच भिड़ंत हुई। पप्पू ने रिकू को चित कर इस माली पर कब्जा किया। अंत में बड़ी माली पर मुकाबला हुआ। पवन राठौर ने दी एक लाख की बड़ी माली बनी में एक मशहूर ठेकेदार और समाजसेवक पवन राठौर ने एक लाख की बड़ी माली अपनी जेब से दी। इसकी घोषणा होते ही अखाड़ा तालियों से गूंज उठा। राठौर हर सामाजिक कार्यो में आगे रहते हैं। चाहे बैसाखी का हो या मेला या फिर किसी गरीब लड़की की शादी, उसमें भी योगदान देते हैं। कमेटी के चेयरमैन सुरेंद्र आनंद ने इसके लिए पवन राठौर का आभार प्रकट किया है।
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