Jammu Kashmir News: एडीजीपी जम्मू जोन मुकेश सिंह ने किया नियंत्रण रेखा का दौरा, सुरक्षा को लेकर हुई चर्चा
एडीजीपी जम्मू जोन मुकेश सिंह पुंछ जिले के दो दिवसीय दौरे पर हैं। इस दौरान सोमवार को उन्होंने पुंछ जिले के सीमावर्ती क्षेत्र चक्का दा बाग नियंत्रण रेखा के सटे इलाकों का दौरा कर नियंत्रण रेखा के हालात का निरीक्षण लिया।
By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Tue, 14 Feb 2023 07:52 AM (IST)
पुंछ, संवाद सहयोगी। पुंछ जिले के दो दिवसीय दौरे के दौरान एडीजीपी जम्मू जोन मुकेश सिंह ने सोमवार को पुंछ जिले के सीमावर्ती क्षेत्र चक्का दा बाग नियंत्रण रेखा के सटे इलाकों का दौरा कर नियंत्रण रेखा के हालात का निरीक्षण लिया। उसके उपरांत पुंछ ब्रिगेड में सुरक्षा एजेंसियों के अलावा सुरक्षा बलों के अधिकारियों के साथ एक गुप्त बैठक में भाग लिया।
बैठक में हुई सुरक्षा समीक्षा
उल्लेखनीय है की रविवार को एडीजीपी जम्मू जोन मुकेश सिंह पुंछ पहुंचे थे और दौरे के दौरान रविवार को सुरनकोट के दूरदराज क्षेत्रों का दौरे के उपरांत सुरनकोट में एक बैठक के दौरान उन्होंने जिले में सुरक्षा की समीक्षा की थी सोमवार को उन्होंने सैन्य अधिकारियों सहित नियंत्रण रेखा का दौरा कर सुरक्षा का जाइया लिया उसके बाद लगभग डेढ़ घंटे तक पुंछ ब्रिगेड में चली बैठक के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की।
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इस बैठक के दौरान राजौरी-पुंछ रेंज के डीआईजी डा. मुहम्मद हसीब मुगल, एसएसपी पुंछ रोहित बसकोत्रा एएसपी पुंछ मुशीम अहमद के अलावा खुफिया एजेंसियों के उच्च अधिकारियों के अलावा पुंछ ब्रिगेड के ब्रिगेडियर के अलावा सैन्य अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया। एडीजीपी जम्मू जोन को जिला पुलिस पुंछ की ओर से जिले के दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा को लेकर किए उपायों के बारे में जानकारी दी गई।
गुज्जरों और बकरवालों के साथ भारतीय सेना की बैठक
पुंछ जिले की सुरनकोट तहसील में भारतीय सेना द्वारा गुज्जर और बक्करवाल समुदाय के साथ बैठक का आयोजन कर कई मुद्दों पर चर्चा की। सोमवार को भारतीय सेना ने पुंछ जिला के सुरनकोट तहसील के पोठा के सरकारी मिडिल स्कूल पोठा में गुज्जर और बक्करवाल समुदाय के साथ एक बैठक के दौरान जागरूकता सत्र आयोजित किया गया।इस बैठक के दौरान बडी संख्या में गुज्जर, बक्करवाल समुदाय के लोगों ने भाग लिया और सैन्य अधिकारियों से बातचीत की इस बैठक के दौरान सामुदायिक वन अधिकार अधिनियम द्वारा सुचारु ग्रीष्मकालीन प्रवास के लिए अग्रिम योजना बनाना, डेरा प्रवासन प्रक्रिया और उनके द्वारा सामना की जा रही कठिनाइयों को कम करने के अलावा कुछ अन्य पहलूओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक के दौरान एफआरए से संबंधित जागरूकता फैलाने के लिए इस बैठक का आयोजन किया गया था तो ज्यादा से ज्यादा लोगों तक सामुदायिक वन अधिकार अधिनियम की जानकारी पहुंचाई जा सके बैठक में सभी उपस्थित लोगों ने गुज्जर और बक्करवाल समुदाय को सहायता प्रदान करने और क्षेत्र में शांति और सद्भाव लाने के लिए सेना द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।
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