Poonch Terrorist Attack: हमले में मारे गए नागरिकों के परिवार के लिए हुई मुआवजे व नौकरी की घोषणा, जवानों ने चलाया तलाशी अभियान
Poonch Terrorist Attack News 21 दिसंबर को सेना के वाहनों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में राजौरी सेक्टर के डेरा की गली के वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों का तलाशी अभियान जारी है। सुरक्षा एजेंसियों ने संदेह के आधार पर घटना स्थल के आसपास से 30 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। NIA की टीम ने भी अपने स्तर जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता,पुंछ। Terrorist Attack in Poonch 21 दिसंबर को सेना के वाहनों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में राजौरी सेक्टर के डेरा की गली के वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों का तलाशी अभियान जारी है। जंगल का चप्पा-चप्पा खंगाला जा रहा है।
सुरक्षा एजेंसियों ने संदेह के आधार पर वारदात स्थल के आसपास से 30 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। इस बीच, एनआईए की टीम मौके पर पहुंची और उसने सुबूत जुटाने के साथ अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी। हालांकि अभी एनआईए को औपचारिक रूप से हमले की जांच का जिम्मा नहीं सौंपा गया है।
वीरवार को किया था अटैक
सेना की 16वीं कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल संदीप जैन और जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) आरआर स्वैन ने पुंछ में सैन्य व पुलिस अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा भी लिया। रनकोट तहसील के अंतर्गत बफ्लियाज के टोपा पीर क्षेत्र में वीरवार को आतंकियों ने गश्त पर निकले सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला किया था।#WATCH | Search operations by the security forces in the forest area of Dera ki Gali in the Rajouri sector in J&K continue after the terrorist attack on Army vehicles on 21st December
(Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/SYggTaVuhd
— ANI (@ANI) December 23, 2023
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सेना ने आतंकियों को ढूंढ़ निकालने के लिए चॉपर, ड्रोन, कमांडो व खोजी कुत्ते उतारे
चॉपर, ड्रोन, कमांडो व खोजी श्वान उतारे आतंकियों को मार गिराने के लिए सेना ने चॉपर और ड्रोन की मदद लेने के साथ खोजी श्वान भी उतार दिए हैं। पैरा कमांडो को भी इस अभियान में शामिल कर लिया गया है। हालांकि शुक्रवार देर शाम तक कोई सफलता नहीं मिली थी।बता दें कि डेरा की गली और बफ्लियाज का जंगल काफी घना है और 10 से 12 किलोमीटर तक फैला हुआ है। इसके अंदर दाखिल होकर तलाशी लेने में कुछ दिनों का समय भी लग सकता है। फिलहाल, सेना ने जंगल को चारों तरफ से घेर रखा है, ताकि आतंकी भाग न पाएं।
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