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Dangri Terror Attack: पीड़ित परिवारों ने की न्‍याय की मांग, जम्मू-पुंछ राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन का किया ऐलान

Dangri Terror Attack राजौरी में हुए डांगरी आतंकी हमले में मारे गए पीड़ित परिवारों के सदस्‍यों ने न्‍याय की गुहार लगाई है। पुलिस ने कहा कि हमले में शामिल दो आतंकवादी मारे गए और दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया। 1 जनवरी को हुए आतंकी हमले में सात लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए थे।

By AgencyEdited By: Himani SharmaUpdated: Sat, 02 Sep 2023 02:04 PM (IST)
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पीड़ित परिवार ने की न्‍याय की मांग, जम्मू-पुंछ राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन का किया आह्वान

राजौरी/जम्मू, एजेंसी। Dangri Terror Attack: जम्‍मू कश्‍मीर के राजौरी जिले में एक आतंकवादी हमले में मारे गए सात लोगों के परिवार के सदस्यों ने चार सितंबर को विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। 1 जनवरी को जब आतंकवादियों ने राजौरी के ढांगरी गांव पर हमला किया और अंधाधुंध गोलीबारी की, तो सात लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए।

आतंकियों को मार दिया गया था- पुलिस

वे अपने पीछे एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) भी छोड़ गए जो अगली सुबह फट गया। हालांकि, पुलिस ने कहा कि हमले में शामिल दो आतंकवादी मारे गए और दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस की प्रतिक्रिया उस वीडियो पर आई जिसमें सरोज बाला, जिन्होंने हमले में अपने दोनों बेटों को खो दिया था, सार्वजनिक संबोधन प्रणाली का उपयोग करते हुए लोगों से जम्मू-पुंछ राष्ट्रीय राजमार्ग पर मुरादपुर में उनके विरोध प्रदर्शन का समर्थन करने का आग्रह कर रही हैं।

एनआईए ने दो को किया गिरफ्तार

पुलिस मीडिया सेंटर जम्मू ने 'एक्स' पर लिखा, "अब तक दो आतंकवादी मारे गए। एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने दो को गिरफ्तार किया। हम इस आतंकी हमले को पूरी तरह से सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

बाला ने शुक्रवार को मुरादपुर बथुनी, कल्लार, चिंगस और नौशेरा का दौरा किया और उन्‍होंने कहा कि वे जनता का समर्थन जुटाने के लिए शनिवार और रविवार को जिले के अन्य हिस्सों को कवर करेंगे।

बाला ने आगे कहा कि आतंकवादी हमले को आठ महीने बीत चुके हैं लेकिन हम अभी भी न्याय का इंतजार कर रहे हैं। हम सभी से 4 सितंबर को विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का अनुरोध करते हैं।

पीड़ित परिवारों ने विरोध प्रदर्शन का किया आह्वान

महिला ने कहा कि सरकार ने प्रत्येक पीड़ित के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा और नौकरी दी है। "हमें यह सब नहीं चाहिए। हमारे जो बच्चे हमेशा के लिए चले गए हैं उनके लिए कोई भी मुआवजा पर्याप्त नहीं है।" पीड़ित परिवारों ने पहले भी विरोध प्रदर्शन किया था।