J&K News: राजौरी को दहलाने वाला षड्यंत्र सुरक्षाबलों ने किया विफल, चार टिफिन आइईडी व गोला बारूद बरामद
राजौरी जिले को एक बार फिर दहलाने के बड़े षड्यंत्र को सुरक्षाबलों ने विफल कर दिया। सुरक्षाबलों ने गुरुवार को मंजाकोट तहसील में जंगल क्षेत्र में छिपाकर रखे चार टिफिन आइईडी के साथ अन्य गोला-बारूद बरामद किया है। समय रहते यह बरामदगी नहीं होती तो जानमाल का बड़ा नुकसान हो सकता था। इस संबंध में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
जागरण संवाददाता, राजौरी। राजौरी जिले को एक बार फिर दहलाने के बड़े षड्यंत्र को सुरक्षाबलों ने विफल कर दिया। सुरक्षाबलों ने गुरुवार को मंजाकोट तहसील में जंगल क्षेत्र में छिपाकर रखे चार टिफिन आइईडी के साथ अन्य गोला-बारूद बरामद किया है। समय रहते यह बरामदगी नहीं होती तो जानमाल का बड़ा नुकसान हो सकता था। इस संबंध में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, फिलहाल सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी रखा है।
हयात पुरा क्षेत्र में कुछ संदिग्ध हलचल देखी गई
जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों को बुधवार देर रात सूचना मिली कि मंजाकोट के हयात पुरा क्षेत्र में कुछ संदिग्ध हलचल देखी गई है। इसके बाद सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान जवानों ने सुबह करीब साढ़े छह बजे जंगल क्षेत्र से चार टिफिन आइईडी के अलावा एके राइफल की 23 गोलियां, एक वायरलेस सेट, एक टेप रिकार्डर बरामद किया। चारों टिफिन आइईडी पूरी तरह तैयार थीं, जिससे कभी भी धमाका किया जा सकता था। बम निरोधक दस्ते ने मौके पर ही चारों आइईडी को निष्क्रिय कर दिया।
टिफिन आइईडी को सुरक्षाबलों ने बरामद किया
इस संबंध में पुलिस ने मंजाकोट थाने में मामला दर्ज करने के बाद आतंकियों और उनके ओवरग्राउंड वर्करों की तलाश शुरू कर दी है। पिछले वर्ष 18 जनवरी को भी राजौरी मेडिकल कालेज के पास इसी तरह की टिफिन आइईडी को सुरक्षाबलों ने बरामद किया था और दो लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था। उनसे पूछताछ के बाद दस्सल के जंगल से सुरक्षा बलों ने दो और आइईडी बरामद की थी। उस समय भी आइईडी धमाकों के षड्यंत्र को सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया था। बता दें कि कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ कड़े प्रहार के बाद पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसी आइएसआइ और आतंकी संगठन पिछले दो वर्षों से सीमावर्ती राजौरी व पुंछ जिलों में आतंकी गतिविधियां बढ़ाने में लगे हैं।इन दो वर्षों में आतंकी सुरक्षाबलों पर कई हमले कर चुके हैं। पिछले माह 21 दिसंबर को पुंछ में हुए आतंकी हमले में भी चार जवान बलिदान हुए थे। इसके बाद जनवरी की शुरुआत में नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की उपस्थिति में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा परिदृश्य पर चर्चा करने के साथ राजौरी-पुंछ में आतंकवाद को पूरी तरह कुचलने की रणनीति भी तय की गई थी। इसपर अमल शुरू कर दिया गया है।
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