कड़ी सुरक्षा के बीच पुंछ पहुंचा बुड्ढा अमरनाथ श्रद्धालुओं का पहला जत्था, स्वामी विश्वात्मानंद बोले- डरने की जरूरत नहीं
बाबा बुड्डा अमरनाथ यात्रा 2024 (Budha Amarnath Yatra 2024) की शुरुआत हो गई है। बुधवार को शुरू हुई यात्रा कड़ी सुरक्षा के बीच पुंछ पहुंची। इस दौरान कई जगहों पर श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत किया गया। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए चप्पे-चप्पे कर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। वहीं किसी भी यात्री को जत्थे से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई है।
सबसे पहले सुंदरबनी क्षेत्र पहुंचे श्रद्धालु
बुधवार को सबसे पहले यात्रा राजौरी जिले के सुंदरबनी क्षेत्र में पहुंचीं। यहां पर विभिन्न धार्मिक संगठनों के सदस्यों के साथ-साथ पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने यात्रा का जोरदार स्वागत किया। जहां कुछ समय विश्राम करने व जलपान करने के बाद यात्री नौशहरा के टीसीपी पर पहुंचे।किसी भी यात्री को जत्थे से बाहर जाने की नहीं है अनुमति
इसके बाद यात्री कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पुंछ के लिए रवाना हो गए। पुंछ में देर शाम को यात्रियों का डिग्री कॉलेज मैदान में जोरदार स्वागत किया गया। यात्रियों के रहने व खाने का प्रबंध पुंछ में किया गया है। गुरुवार को सुबह यात्री कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मंडी तहसील के राजपुरा गांव में बाबा बुड्ढा अमरनाथ जी के दर्शन करने के बाद सुंदरबनी के लिए रवाना होंगे। रात को स्वामी जी के आश्रम में इन यात्रियों के रहने का प्रबंध किया गया है। इसके बाद शुक्रवार को सुबह यात्री शिवखोड़ी के दर्शन कर वापस जम्मू के लिए रवाना हो जाएंगे। वहीं, यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रशासन द्वारा सुरक्षा के काफी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। किसी भी यात्री को जत्थे से बाहर जाने की अनुमति नहीं है और यात्रियों से सुरक्षा घेरे में ही यात्रा करने को कहा जा रहा है।'निडर होकर श्रद्धालु करें बुड्ढा अमरनाथ यात्रा'
बुड्ढा अमरनाथ की यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार का डर नहीं रखना चाहिए। यहां पर सब ठीक है। अधिक से अधिक लोग यात्रा में शामिल होकर भगवान शंकर के दर्शन करें और सुरक्षित अपने घरों को लौट जाएं। इस यात्रा में देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु आ रहे हैं। 19 वर्ष पहले बजरंग दल व विश्व हिन्दू परिषद द्वारा इस यात्रा को उस समय शुरू किया गया था जब इस क्षेत्र में आतंकवाद चरम पर था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। - ठाकुर नेत्र सिंह, विहिप सामाजिक समरसता जिला प्रमुख, राजौरी
'उल्टा-पुल्टा प्रचार कर भक्तों को डराया गया'
यह भी पढ़ें: Amarnath Yatra 2024: 12 साल बाद श्रद्धालुओं की संख्या पहुंची पांच लाख पार, समापन की ओर यात्रा; वापस लौटे 75 लंगरपहले देशभर में जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर उल्टा-पुल्टा प्रचार कर भक्तों को डराया गया, लेकिन बजरंग दल ने अपने बल पर यात्रा की शुरुआत की, जो आज लाखों की संख्या में पहुंच गई है। विश्व हिंदू परिषद, धार्मिक एवं सामाजिक संगठन काफी बेहतर कार्य कर रहे हैं। लोग यात्रा में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से आ रहे हैं। किसी भक्तजन को डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। जवान पहरे पर खड़े हैं।- स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती जी महाराज, अटल पीठाधीश्वर