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Jammu Kashmir: जीएमसी राजौरी में युवक की मौत पर बरपा हंगामा, परिजन ने लगाया डॉक्टरों की लापरवाही का आरोप

Jammu Kashmir राजौरी के युवक को दिल का दौरा पड़ने पर सोमवार की देर रात को मेडिकल कॉलेज लाया गया। जहां पर उसकी मौत हो गई। इसके बाद शहर के लोगों के साथ-साथ परिवार के सदस्यों ने भी अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया और जमकर तोड़फोड़ भी की। परिवार के सदस्यों का कहना था कि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते युवक की मौत हुई है। इसके जवाब में अस्पताल प्रशासन ने अपना बयान जारी किया।

By gagan kohliEdited By: Monu Kumar JhaUpdated: Tue, 24 Oct 2023 08:27 AM (IST)
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जीएमसी राजौरी में युवक की मौत पर हंगामा
जागरण संवाददाता, राजौरी। Jammu Kashmir News: शहर के वार्ड नंबर आठ के युवक को दिल का दौरा पड़ने पर सोमवार की देर रात को मेडिकल कालेज राजौरी में लाया गया, जहां पर उसकी मौत हो गई। इसके बाद शहर के लोगों के साथ-साथ परिवार के सदस्यों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया और जमकर तोड़फोड़ भी की। परिवार के सदस्यों का कहना था कि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते युवक की मौत हुई है।

इसके बाद मेडिकल कॉलेज में नारेबाजी का सिलसिला शुरू हुआ। लोग मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर महमूद को निलंबित करने की मांग करते दिखे। जानकारी के अनुसार वार्ड नंबर आठ निवासी सिकंदर अब्बास उर्फ बीमा को घर पर दिल का दौरा पड़ा और परिवार के सदस्य उसे लेकर मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में पहुंचे।

आरोप जब डॉक्टरों ने किया मृत घोषित, उस समय चल रही थी धड़कन 

यहां पर पहले कोई डॉक्टर नहीं था। बाद में डॉक्टर आए और उसे मृत घोषित करने के बाद डॉक्टर वहां से निकल गए, जबकि जिस समय डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया उस समय उसकी धड़कन चल रही थी और कुछ समय के बाद उसने दम तोड़ा। इसके बाद मृत युवक के परिवार के सदस्यों व शहर के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया।

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अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ शुरू कर दी और प्रदर्शन का सिलसिला जारी कर दिया जो लगातार जारी है। स्थानीय लोग चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर महमूद को निलंबित करने की मांग करने लगे। वहीं, मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इस पूरे मामले में एक बयान जारी किया है।

जिसमें कहा गया कि तीन दिन पहले यही मरीज हमारे पास आया था। हमने इसका उपचार किया और हमारे पास दिल का सर्जन नहीं है।

मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने सफाई में कही ये बात

हमने इसे दिल के सर्जन को दिखाने को कहा, क्योंकि इसकी हालत गंभीर थी। सोमवार देर रात को जब इसे दिन का दौरा पड़ा। उसे इमरजेंसी में लाया गया।

हमारे तीन डॉक्टरों की टीम ने इसका उपचार किया और इसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन यह बच नहीं सका।वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल परिसर में भारी संख्या में पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया।

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