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Rajouri News: एक माह बाद भी ढांगरी में हमला करने वाले आतंकियों का सुराग नहीं मिलने से लोगों में रोष

Rajouri News जिले के ढांगरी गांव में एक जनवरी की शाम को आतंकियों ने हमला किया था और दो जनवरी को आइईडी धमाका किया था। इन दोनों घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गई थी और 14 लोग घायल हो गए थे।

By Jagran News NetworkEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Wed, 01 Feb 2023 02:25 PM (IST)
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ढांगरी चौक में लोगों से बातचीत करते डीजीपी दिलबाग सिंह फाइल फोटो l जागरण फोटो

राजौरी, जागरण संवाददाता। जिले के ढांगरी गांव में एक जनवरी की शाम को आतंकियों ने हमला किया था और दो जनवरी को आइईडी धमाका किया था। इन दोनों घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गई थी और 14 लोग घायल हो गए थे, लेकिन अभी तक इस हमले में शामिल आतंकियों का कोई भी सुराग सुरक्षा एजेंसियों को नहीं मिल पाया है। इस मामले की जांच एनआइए द्वारा भी की जा रही है, लेकिन फिर भी आतंकियों का कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है। इससे लोगों में काफी रोष देखने को मिल रहा है।

एक जनवरी को हुए था हादसा

एक जनवरी की शाम साढ़े सात बजे के करीब आतंकियों ने ढांगरी गांव में हिंदू समुदाय के लोगों के घरों को निशाना बनाकर पांच लोगों की हत्या कर दी। इसके बाद दो जनवरी को ढांगरी में आतंकी हमले में मारे गए दीपक व प्रिंस के घर में आइईडी धमका कर दिया, जिसमें दो बच्चों की मौत हो गई। इसके बाद यह दावे किए जाने लगे कि ढांगरी हमले में शामिल आतंकियों को जल्द ही ढेर कर दिया जाएगा। राज्य पुलिस के प्रमुख दिलबाग सिंह ने भी ढांगरी के लोगों को आश्वासन दिया था कि चंद ही दिनों में इस हमले में शामिल आतंकियों को ढेर कर दिया जाएगा।

NIA भी कर रही जांच

हमारे हाथ में आतंकियों के अहम सुराग लगे हैं, लेकिन अभी तक इस हमले में शामिल आतंकियों का कुछ पता नहीं चल पाया। आखिर हमला करने के बाद आतंकी गए तो गए कहां। अब इस मामले की जांच राज्य पुलिस के साथ-साथ एनआइए भी कर रही है, लेकिन अभी तक किसी के हाथ कोई भी अहम सुराग नहीं लगा है, जिससे अब लोगों में रोष भी बढ़ने लगा है।

रविवार को बैठक में होगा अहम फैसला 

सरपंच ढांगरी पंचायत के सरपंच धीरज कुमार का कहना है कि रविवार को हमने गांव में बैठक बुलाई है, जिसमें ढांगरी पंचायत के साथ-साथ अन्य गांवों के लोग भी भाग लेंगे। हम अधिकारियों से बात करेंगे की आखिर क्या कारण है जो अभी तक इस हमले में शामिल आतंकी मारे नहीं गए हैं। उन्होंने कहा कि इस बैठक में अगली रणनीति तैयार की जाएगी। हम अब अपने हक के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। हम इस पर विचार कर रहे हैं।

सरोज बाला बोली

मैं खुद मैदान में उतरकर अपने बेटों की मौत का बदला लूंगी आतंकी हमले में मारे गए प्रिंस व दीपक की मां सरोज बाला का कहना है कि एक माह का समय हो चुका है। इस एक माह में इस हमले में शामिल आतंकियों का कोई सुराग नहीं मिला है, इन्हें मारना तो दूर की बात है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग यही थी कि इस हमले में शामिल आतंकियों को जल्द से जल्द ढेर किया जाए, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। रविवार काे बैठक के बाद मैं खुद मैदान में उतरूंगी। मैं दोनों बेटो की मौत का बदला लेने को तैयर हूं।