Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Pooch Terrorist Attack: सुरक्षाबलों का आतंकियों को लेकर तलाशी अभियान जारी, मृतकों के परिजनों को मिलेगी नौकरी व मुआवजा

पुंछ जिले के टोपा पीर क्षेत्र में वीरवार को आतंकियों ने सेना के दो वाहनों के ऊपर घात लगाकर हमला किया था और इस हमले में सेना के चार जवान बलिदान हो गए थे और तीन जवान घायल। इसके बाद सुरक्षाबलों व सुरक्षा एजेंसियों ने तीस से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। फिलहाल सुरक्षाबलों का तलाशी अभियान जारी है।

By gagan kohli Edited By: Shoyeb AhmedUpdated: Sat, 23 Dec 2023 09:06 PM (IST)
Hero Image
सुरक्षाबलों का आतंकियों को लेकर पूंछ व राजौरी इलाके में तलाशी अभियान जारी (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, राजौरी। Search Operation Continues In Rajouri & Poonch: पुंछ जिले के टोपा पीर क्षेत्र में वीरवार को आतंकियों ने सेना के दो वाहनों के ऊपर घात लगाकर हमला किया। जिसमें सेना के चार जवान बलिदान हो गए थे और तीन जवान घायल।

इसके बाद सुरक्षा बलों व सुरक्षा एजेंसियों ने इसी क्षेत्र के तीस से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था और इसमें तीन लोगों की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई थी। इसके बाद राज्य प्रशासन ने मृतकों के परिवार के सदस्यों को मुआवजा व नौकरी देने की घोषणा की है।

तीसरे दिन भी जारी रहा तलाशी अभियान

वहीं डेरा गली के जंगल में आतंकियों को ढेर करने के लिए तीसरे दिन भी तलाशी अभियान जारी रहा। सफीर हुसैन, मुहम्मद शौकत व शब्बीर अहमद के शव बीती रात्रि को रहस्यमय परिस्थितियों में बरामद हुए थे। यह तीनों टोपा पीर क्षेत्र के रहने वाले है।

रिश्तेदारों और राजनीतिक नेताओं ने आरोप लगाया था कि वीरवार को सेना के वाहनों पर हुए आतंकी हमले के सिलसिले में पूछताछ के लिए सेना द्वारा उठाए गए लोगों में यह तीन भी शामिल थे। इनके अलावा चार अन्य लोग भी घायल हुए है, जिनका उपचार मेडिकल कालेज राजौरी में चल रहा है।

तीनों के शवों को पैतृक कब्रिस्तान में दफनाया गया

शनिवार को तीनों के शवों का पोस्टमार्टम करवाने के बाद तीनों के शवों को शनिवार दोपहर बाद बफलियाज गांव में उनके पैतृक कब्रिस्तान में दफनाया गया।

एक्स पर एक पोस्ट में केंद्र शासित प्रदेश के सूचना और पीआर विभाग ने कहा कि कल पुंछ जिले के बफलियाज में तीन नागरिकों की मौत की सूचना मिली थी। मेडिको कानूनी औपचारिकताएं पूरी की गईं और इस मामले में उचित द्वारा कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है।

सरकार ने की मुआवजे की घोषणा

इसमें कहा गया है, सरकार ने प्रत्येक मृतक के लिए मुआवजे की घोषणा की है। इसके अलावा सरकार ने प्रत्येक मृतक के निकटतम परिजन को सरकारी नौकरी की भी घोषणा की है।

वीरवार को को डेरा की गली और बुफलियाज के बीच टोपा पीर क्षेत्र में एक अंधे मोड़ पर भारी हथियारों से लैस आतंकियों ने सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें चार सैनिक बलिदानी हो गए और तीन घायल हो गए।

हमले के समय जवान तलाशी अभियान के लिए जा रहे थे

यह हमला तब हुआ था जब सेना के जवान थन्ना मंडी-सूरनकोट क्षेत्र में डेरा की गली के सामान्य क्षेत्र में चल रहे तलाशी अभियान के लिए जा रहे थे।

अधिकारियों ने कहा कि हमले के तुरंत बाद, सुरक्षा बलों ने घने जंगली इलाकों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया। इसमें राजौरी के निकटवर्ती थन्ना मंडी को भी शामिल किया गया, लेकिन अभी तक भागे हुए आतंकियों के साथ कोई ताजा संपर्क नहीं हुआ है।

करीबी रिश्तेदारों ने लगाया ये आरोप

शनिवार दोपहर डेरा की गली इलाके में एक जंगल के अंदर गोलीबारी की आवाज सुनी गई, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने बाद में स्पष्ट किया कि सुरक्षा बलों ने एक प्राकृतिक गुफा की जांच के लिए अनुमानित गोलीबारी का सहारा लिया।

सूत्रों ने कहा कि मारे गए तीन नागरिकों बफलियाज के टोपा पीर गांव के सफीर हुसैन (43), मुहम्मद शौकत (27) और शब्बीर अहमद (32) के शव शनिवार सुबह पोस्टमॉर्टम के बाद उनके परिवारों को सौंप दिए गए। मृतकों के करीबी रिश्तेदारों ने कहा कि तीनों निर्दोष नागरिक थे और सेना की हिरासत में यातना के कारण उनकी मौत हो गई।

ये भी पढे़ं- सेना की फायरिंग रेंज के पास मोर्टार शेल फटने से हुआ धमाका... एक युवक की मौत, दूसरा घायल

वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक ने दिया कार्रवाई का आदेश

उन्होंने कहा कि उन्होंने पुंछ के जिला विकास आयुक्त चौधरी मुहम्मद यासीन और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनय कुमार के आश्वासन पर मृतक का अंतिम संस्कार किया है, जो पूरे दिन गांव में मौजूद रहे। उन्होंने कहा उन्होंने हमें कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

हम मृतकों के लिए न्याय चाहते हैं। हम सेना इकाई के खिलाफ एफआईआर दर्ज करना चाहते हैं और निकटतम रिश्तेदार को सरकारी नौकरी के साथ पर्याप्त मुआवजे की मांग कर रहे है।

संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस और अर्धसैनिक बल है तैनात 

पंच सादिक हुसैन ने कहा कि उन्होंने वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को गिरफ्तारी और यातना के बारे में सूचित किया था लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। इस कार्रवाई में चार लोग मुहम्मद जुल्फकार उनके भाई मुहम्मद बेताब, फजल हुसैन और मुहम्मद फारूक को कथित यातना चोटों के कारण राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि जम्मू संभागीय आयुक्त रमेश कुमार और पुलिस महानिरीक्षक आनंद जैन भी पुंछ में डेरा डाले हुए हैं और स्थिति पर नजर रख रहे हैं। शांति बनाए रखने के लिए जिलों के संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं।

ये भी पढ़ें- प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 'दान करो' अभियान किया लान्च, जानें कितनी राशि कर सकते हैं जमा

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर