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Jammu Kashmir News: अब आतंकियों को करारा जवाब देंगे ग्रामीण, पुलिस थाने से लोगों को दी जा रही राइफल

जम्मू कश्मीर के राजौरी में अब आतंकियों से लोहा लेने के लिए ग्रामीणों को पुलिस थाने से सेल्फ लोडिंग राइफल (एसएलआर) दिया जा रहा है। दरअसल जम्मू- कश्मीर में पिछले कई से महीनों से आतंकी ग्रामीण क्षेत्रों को निशाना बना रहे हैं। अब उनसे निपटने के लिए दूरदराज ग्रामीण लोग भी तैयार हैं। लोगों ने कहा अब आतंकी आए तो हम उनको वहीं ढेर कर देंगे।

By gagan kohli Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sun, 25 Aug 2024 08:05 AM (IST)
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थाने से राइफल लेकर जाते ग्रामीण (जागरण फोटो)

जागरण संवाददाता, राजौरी। दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में आतंकियों से मुकाबला करने के लिए न केवल ग्राम सुरक्षा ग्रुप (वीडीजी) सदस्य तैयार हैं, बल्कि आम लोगों को भी आधुनिक हथियार थमाया जा रहा है। ग्रामीणों को थाने पर बुला कर एसएलआर (सेल्फ लोडिंग राइफल) दिया जा रहा है।

अब अगर आतंकी किसी दूरदराज ग्रामीण क्षेत्र में हमला करने का प्रयास करते हैं तो उन्हें ग्रामीणों से करारा जवाब मिलेगा। वे आतंकियों को मौत के घाट उतारने में सक्षम हो गए हैं।

ग्रामीणों को थाने बुलाकर दिया जा रहा SLR

अब आतंकी किसी भी क्षेत्र में जाने से पहले कई बार सोचें कि उस क्षेत्र के लोगों के पास बाबा आदम जमाने की थ्री नाट थ्री राइफल नहीं, बल्कि उनके पास आधुनिक एसएलआर राइफलें हैं।

कुछ दिनों से वीडीजी के सदस्यों के साथ-साथ अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को भी अपने-अपने क्षेत्र के संबंधित थाने पर बुलाया जा रहा है और उन्हें एसएलआर राइफल दी जा रही है।

साथ ही ग्रामीणों का हौसला और मनोबल भी बढ़ाया जा रहा है ताकि वे आतंकियों का डट कर मुकाबला करने के लिए मानसिक रूप से भी तैयार हों।

लोगों ने कहा- आतंकियों को ढेर कर देंगे

धार साकरी के चैन सिंह, जसवंत सिंह, गब्बर, रोमेश कुमार, विजय कुमार आदि का कहना है कि हमारे गांवों में आतंकियों ने कई लोगों को मौत के घाट उतारा। उसके बाद ग्राम सुरक्षा समितियां बनाई गईं और हमें बाबा आदम के जमाने की थ्री नाट थ्री राइफल दी गई।

उन्होंने कहा कि हमारे ग्रामीणों ने इन्हीं पुरानी राइफलों से आतंकियों का मुकाबला किया और उनको मौत के घाट उतारा है। अब हमें आधुनिक हथियार एसएलआर दी जा रही है। अब अगर हमारे गांवों में आतंकियों ने दस्तक दी तो हम उन्हें वहीं पर ढेर कर देंगे। अब हमारे पास भी आधुनिक हथियार हैं।

उन्होंने कहा कि अब वीडीजी के साथ-साथ गांवों में अन्य लोगों को भी सुरक्षा के लिए एसएलआर राइफलें दी जा रही हैं। इन दिनों जिले के हर थाने में एसएलआर लेने वालों की काफी भीड़ देखने को मिल रही है। लोग अपनी और गांव की सुरक्षा के लिए राइफल ले रहे हैं।

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आतंकियों के निशाने पर रहा है पीर पंजाल क्षेत्र

दरअसल, बीते दो वर्षों से पीरपंजाल क्षेत्र आतंकियों के निशाने पर रहा। राजौर और पुंछ जिले में आतंकियों ने कई बड़े आतंकी हमले किए, जिसमें सेना के कई जवान बलिदान भी हुए। गांवों में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भी आतंकियों के निशाने पर रहे।

हालांकि इन दिनों पूरे पीर पंजाल क्षेत्र यानी राजौरी और पुंछ जिले में सुरक्षा ग्रिड कफी मजबूत किया गया है, लेकिन दूरदराज क्षेत्र में आतंकियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई के लिए ग्रामीणों को मजबूत किया जा रहा है। उन्हें आधुनिक हथियार दिए जा रहे हैं।

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