Srinagar Election: श्रीनगर संसदीय क्षेत्र में 52100 कश्मीरी हिंदू मतदाता करेंगे मतदान, इन मुद्दों पर रहेगा फोकस
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर लोकसभा सीट पर आज मतदान को लेकर कश्मीरी हिंदू भी तैयार हैं। 52100 कश्मीर हिंदू मतदाता जम्मू ऊधमपुर व दिल्ली में स्थापित विशेष मतदान केंद्रों पर अपने मत का प्रयोग करेंगे। वहीं कश्मीरी हिंदुओं के लिए इस बार दुविधा की बात ये रही कि वो आखिर वोट किसे दें जो साल 1990 के बाद से कश्मीर में बिगड़े हालत पर गौर करे।
जागरण संवाददाता, जम्मू। श्रीनगर लोकसभा सीट (Srinagar Loksabha Election 2024) के मतदान के लिए कश्मीरी हिंदू तैयार है और बढ़चढ़ कर अपने अपने संसदीय क्षेत्र के लिए मतदान करेंगे। चौथे चरण में श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए आज मतदान हो रहा है। 52,100 कश्मीरी हिंदू मतदाता जम्मू, ऊधमपुर व दिल्ली में स्थापित विशेष मतदान केंद्रों पर पहुंच कर अपना मतदान करेंगे, इसमें 25,760 पुरुष मतदाता है। इसके लिए जम्मू जिले में 21 के अलावा 2 मतदान केंद्र ऊधमपुर व चार मतदान केंद्र दिल्ली में स्थापित किए गए हैं।
कश्मीरी हिंदुओं (Kashmiri Hindus) को मलाल इस बात का है कि हिंदुओं के लिए दम भरने वाली भाजपा पार्टी जिस पर अधिकांश कश्मीरी हिंदू अपना विश्वास जताता है, ऐसे में बीजेपी ने अपना प्रत्याशी ही नहीं उतारा। ऐसे में कश्मीरी हिंदुओं के लिए बड़ी दुविधा सी है कि वे वोट किसको डालें। वैसे भी इन कश्मीरी हिंदुओं से बड़े नेता वोट मांगने ही नहीं पहुंचे। 1990 में कश्मीर में बिगड़े हालात को लेकर कश्मीरी हिंदुओं को घाटी से विस्थापित होना पड़ा।
कुपवाड़ा , बरामूला, बांदीपुरा, बडगाम, गांदरबल, श्रीनगर, पुलवामा, कुलगाम, अनंतनाग आदि जिलों से कश्मीरी हिंदू सुरक्षित जगहों पर चले गए थे। अधिकांश कश्मीरी हिंदू जम्मू व ऊधमपुर में आकर विस्थापित कॉलोनियों में रहने लगे तो वहीं दूसरी ओर काफी कश्मीरी हिंदू बाहरी राज्यों में चले गए। कश्मीर संभाग की तीनों लोकसभा सीटों के लिए अपने-अपने समय पर चुनाव होने हैं और इसके लिए कुल 1,13,873 कश्मीरी हिंदू अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेगा।
मतदान को लेकर उत्साहित हैं कश्मीरी हिंदू
श्रीनगर लोकसभा सीट के मतदान को लेकर कश्मीरी हिंदू उत्साहित हैं। पिछले 34 बरस से अपने घरों से दूर यह कश्मीरी हिंदू चाहते हैं कि उनके संसदीय क्षेत्र में विकास हो और खुशहाली है। लेकिन उनको मलाल यह है कि उनकी घाटी वापसी कब होगी। वोट तो वे हर बार डालते हैं, मगर कश्मीरी हिंदुओं के बारे में कोई बात नहीं करता। कश्मीरी हिंदू का विकास तो तभी हो पाएगा, जब वे कश्मीर वापिस जाएंगे। कश्मीरी हिंदू घाटी में अपने लिए अलग से कालोनियां बनाने की मांग कर रहा है।
क्या कहते हैं कश्मीरी हिंदू?
जानीपुर के विजय मल्ला ने कहा कि हम कश्मीर की छतरवाला क्षेत्र के मूलत निवासी हैं। लेकिन उनको वो दिन याद है जब घाटी में रहकर वह श्रीनगर लोकसभा के लिए वोट डालती थी। अब सब बदल चुका है। जम्मू के विशेष मतदान केंद्रों से वह अपना मतदान अपने क्षेत्र के लिए करती है। इस उम्मीद पर कि कश्मीरी हिंदुओं की आवाज बुलंद होगी। मगर वोट डालते डालते 34 बरस गुजर गए। उम्मीद करती है कि अगला वोट हम जरूर कश्मीर में रहकर ही डाल पाएंगे।ये भी पढ़ें: Jammu Kashmir News: चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ मनोज पांडे इस माह हो रहे रिटायर, जम्मू-कश्मीर में जवानों से कही ये बात
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