Kashmir Schools Reopen: तीन महीनों के शीतकालीन अवकाश के बाद फिर बजी घंटी, इस जिले में अभी भी स्कूलों पर रहेगा ताला
तीन महीने के शीतकालीन छुट्टियों के बाद एक बार फिर घाटी में स्कूल खुल गए हैं। तीन महीनों से अपने-अपने घरों में कैद छात्र-छात्राएं सोमवार को स्कूल वापस जाने के लिए उत्साहित दिखे। इस दौरान उन्होंने अपने अनुभव भी साझा किए। बता दें अभी भी कुपवाड़ा जिले के बर्फीले इलाकों में स्कूल बंद हैं क्योंकि अधिकारियों ने छुट्टियां दो दिन और बढ़ाने का निर्णय लिया है।
पीटीआई, श्रीनगर। शीतकालीन छुट्टियों के कारण तीन महीने तक बंद रहने के बाद कश्मीर में स्कूल सोमवार को फिर से पटरी पर लौट ( Kashmir Schools Reopen News) आये। तीन हाड़ कंपा देने वाली सर्दियों के महीनों के अंतराल के बाद छात्रों के लिए कक्षाओं में लौटने के लिए एक चमकदार धूप वाला दिन एक आदर्श माहौल बना।
मैदानी इलाकों में बारिश और ऊंचे इलाकों में बर्फबारी से स्कूल बंद
अधिकारियों ने कहा कि पिछले साल दिसंबर में शीतकालीन अवकाश के लिए बंद किए गए स्कूल एक मार्च को खुलने वाले थे। हालांकि, मैदानी इलाकों में बारिश और ऊंचे इलाकों में बर्फबारी के कारण शीतकालीन छुट्टियां तीन दिन बढ़ा दी गईं थी।
छात्र सोमवार को स्कूल वापस जाने के लिए दिखे उत्साहित
इस अवधि के दौरान घाटी में स्कूल आमतौर पर बंद रहते हैं क्योंकि घाटी में तापमान हिमांक बिंदु से नीचे चला जाता है और विशाल हिस्से बर्फ से ढके रहते हैं। छात्र, जिनमें से कई इतने लंबे समय तक अपने घरों में कैद होकर ऊब महसूस कर रहे थे, सोमवार को स्कूल वापस जाने के लिए उत्साहित दिखे।यह भी पढ़ें: Jammu Kashmir Weather: दो दिन से वर्षा और बर्फबारी जारी, तीन बच्चियों सहित पांच की मौत; जानें आज कैसा रहेगा मौसम
बच्चों ने कही ये बात
यहां एक निजी स्कूल के छात्र मोहम्मद हनान ने बताया कि "मैं उत्साहित हूं कि स्कूल फिर से खुल रहे हैं। मैं इतने लंबे समय के बाद अपने दोस्तों और शिक्षकों से मिलने का इच्छुक हूं।" माध्यमिक विद्यालय की छात्रा मोमिना ने कहा कि सर्दियों की छुट्टियों के दौरान वह घर तक ही सीमित नहीं थी।लेकिन स्कूल वापस जाने का अपना एक अलग ही आकर्षण था।उन्होंने कहा कि "मैं शीतकालीन अवकाश के दौरान ट्यूशन कक्षाओं में जाती थी, लेकिन वहां स्कूल जाने जैसा अहसास नहीं होता था। मुझे अपने शिक्षकों और दोस्तों की याद आती थी।"
शिक्षकों के पास अब इस सप्ताह के अंत में शुरू होने वाली वार्षिक परीक्षाओं के साथ अपने छात्रों की तैयारियों का आकलन करने के लिए कुछ दिन हैं। सरकारी स्कूल के शिक्षक मंज़ूर अहमद ने कहा कि मैं बस उम्मीद कर रहा हूं कि उन सभी (छात्रों) ने शीतकालीन छुट्टियां सार्थक रूप से बिताई हैं।
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