Move to Jagran APP

Amarnath Yatra 2024: 'न खौफ, न कोई शिकन', आस्था का उमड़ा सैलाब; अग्रिम टोकन कोटा भी पड़ रहा कम, श्रद्धालुओं का दूसरा जत्था रवाना

Amarnath Yatra 2024 अमरनाथ यात्रियों का सैलाब उमड़ गया है। भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच अग्रिम टोकर भी कम पड़ रहा है। सरस्वती धाम के बाहर टोकन हासिल करने के लिए कतारों में खड़े सैकड़ों श्रद्धालुओं को मायूस होकर लौटना पड़ा। लेकिन बाबा बर्फानी में आस्था जाहिर करते हुए कहा कि बाबा उनके धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Sun, 30 Jun 2024 12:39 PM (IST)
Hero Image
Amarnath Yatra 2024: श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब, हर रोज पहुंच रहे 10 हजार श्रद्धालु।
जागरण संवाददाता, जम्मू। शनिवार को बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों से अमरनाथ यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं का दूसरा जत्था ऊधमपुर जिले की सीमा से सुरक्षित गुजरा। दोनों जत्थे में शामिल 201 वाहन सवा तीन घटों में जिले की सीमा को पार किए। बालटाल मार्ग से जाने वाले 100 वाहनों में 37 बसें और 63 छोटे यात्री वाहन शामिल थे, जिनमें 1069 श्रद्धालु सवार थे। कड़ी सुरक्षा के बीच तीर्थयात्रियों का एक और जत्था आज पंथा चौक बेस कैंप से रवाना हुआ।

इनमें 646 पुरुष, 305 महिलाएं, 87 साधु व 31 साध्वी शामिल थीं। इस जत्थे का पहला वाहन (हेड) 4:57 बजे टिकरी से जिले में दाखिला हुआ और अंतिम वाहन (टेल) 5:25 बजे प्रवेश किया। कुल मिलाकर इस जत्थे के सभी वाहन 1 घंटा 50 मिनट में जिले की सीमा को करते हुए चिनैनी नाशरी सुरंग में प्रवेश कर गए। इस जत्थे का हेड 6:16 बजे और टेल 6:47 बजे सुरंग में दाखिल हुए।

101 वाहनों में 53 बसें और 48 छोटी गाड़ी शामिल

वहीं, पहलगाम से जाने वाले जत्थे के 101 वाहनों में 53 बसें और 48 छोटे यात्री वाहन थे। इनमें 514 पुरुष, 122 महिलाएं, 145 साधु व 31 साध्वियों सहित कुल 812 श्रद्धालु शामिल थे। इस जत्थे का हेड वाहन 5:26 और टेल 5:50 बजे टिकरी से जिले में दाखिल हुआ। इस जत्थे के सभी वाहनों ने 2:10 घंटे में जिले की सीमा को पार किया। इस जत्थे का हेड वाहन 7:02 बजे और टेल वाहन 7:40 बजे चिनैनी नाशरी टनल में दाखिल हुआ।

भक्तों की लंबी कतार, जारी किए 624 अग्रिम टोकन

गैर पंजीकृत श्रद्धालुओं की संख्या अब हर दिन बढ़ रही है। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने शनिवार को निर्धारित कोटे के अलावा अग्रिम भी टोकन जारी किए, लेकिन यह भी कम साबित हुए। सरस्वती धाम के बाहर टोकन हासिल करने के लिए कतारों में खड़े सैकड़ों श्रद्धालुओं को मायूस होकर लौटना पड़ा।

यह भी पढ़ें- Mata Vaishno devi: वैष्णो देवी के दर्शन को आए श्रद्धालु ने भैरव मंदिर परिसर की खाई में लगाई छलांग, मचा हड़कंप

शिव भक्तों को निराशा अवश्य हुई, लेकिन बाबा बर्फानी में आस्था जाहिर करते हुए कहा कि बाबा उनके धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं। उन्होंने भी यह ठान लिया है कि जब तक वे बाबा बर्फानी के दिव्य दर्शन नहीं कर लेंगे, वापस नहीं लौटेंगे।

पिछले दिनों की तरह पहले टोकन पाने के लिए शिव भक्तों की कतारें सरस्वती धाम में देर रात ढाई बजे ही लगना शुरू हो गई थीं। सड़कों पर ही डेरा डाले ये श्रद्धालु सुबह होने तक भोले के भजनों, शिव अराधना में लीन रहे। सुबह बारिश भी हुई, लेकिन ये श्रद्धालु कतारों में खड़े अपनी बारी का इंतजार करते रहे।

सुबह छह बजे धाम का मुख्य द्वार खुलते ही टोकन वितरण की प्रक्रिया शुरू हो गई। पिछले दिनों के मुकाबले टोकन पाने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रही। सरस्वती धाम के नोडल अधिकारी एसडीएम मनु हंसा ने बताया कि 30 जून के लिए पहलगाम व बालटाल के लिए 1400-1400 अग्रिम टोकन वितरित किए गए।

यह भी पढ़ें- Amarnath Yatra 2024: जय बाबा बर्फानी... जयकारों के साथ हजारों श्रद्धालुओं ने किए पवित्र गुफा के दर्शन, जानिए कहां हैं पहलगाम से आने वाले यात्री

इनमें तीन सौ टोकन साधुओं को जारी किए गए। इसके बाद भी श्रद्धालुओं की लंबी कतार को देखते हुए बोर्ड ने पहली जुलाई के लिए भी 624 अग्रिम टोकन जारी किए। इसके बाद कोई विकल्प न होने पर अग्रिम टोकन केंद्र को बंद कर दिया गया।

केंद्र बंद होने के बाद भी घंटों तक कतारों में खड़े श्रद्धालु अधिकारियों से गुहार लगाते रहे कि वे रात भर से टोकन के लिए खड़े हैं, उनके लिए कोई न कोई विकल्प तलाशा जाए, ताकि रविवार को उन्हें एक बार फिर टोकन के लिए परेशानी न हो, परंतु कोई समाधान न होने पर शिव भक्तों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा।

बम-बम भोले के जयकारों से शिवमय हुआ राम मंदिर

बाबा अमरनाथ यात्रा पर साधुओं का आगमन लगातार जारी है। इससे राम मंदिर का पूरा वातवरण शिवमय हो गया है। यहां सुबह से रात तक बम-बम भोले के जयकारे गूंज रहे हैं। शनिवार को करीब 100 और साधु राम मंदिर में पहुंचे और शाम को मंदिर की आरती में भी शामिल हुए। वहीं, दिनभर साधुओं का भजन-कीर्तन भी मंदिर परिसर में चलता रहता है।

इस समय करीब ढाई सौ साधु राम मंदिर के विश्राम स्थलों में ठहरे हुए हैं। इसमें स्थानीय क्षेत्र से साधु महज 10 प्रतिशत ही हैं और बाकी सब अन्य राज्यों से हैं। इन साधुओं का अधिकांश समय शिव भक्ति में ही गुजर रहा है। यही, हाल गीता मंदिर में भी है। यहां भी सुबह और शाम के समय साधु आरती कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। बम-बम भोले का हर ओर जयकारा लग रहा है।

यह भी पढ़ें- Amarnath Yatra 2024: कहीं लंगर तो कहीं लोक नृत्य, भोले के भजन से घाटी शिवमय, जगह-जगह श्रद्धालुओं का स्वागत, तस्वीरों में भक्ति के रंग

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।